लखनऊ: लोकसभा चुनाव को लेकर बसपा और सपा ने अपनी चुनावी प्रचार की पूरी रणनीति तैयार कर रही है। दोनों दलों के नेताओं की आपस में मुलाकात के बाद पार्टी के लोगों के साथ भी बैठक हुई। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीएसपी अध्यक्ष मायावती लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत नवरात्रि से करेंगे।
यूपी में एसपी,बीएसपी,आरएलडी गठबंधन की पहली संयुक्त रैली 7 अप्रैल को सहारनपुर के देवबंद में होगी।
सहारनपुर मुस्लिम बाहुल्य इलाका है। 7 अप्रैल को देवबंद में होने वाली इस संयुक्त रैली में अखिलेश,मायावती के साथ साथ राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह भी मौजूद रहेंगे। अजित सिंह मुजफ़्फरनगर लोकसभा सीट से चुनाव लडऩे की तैयारी भी कर रहे हैं। हालांकि नवरात्रि में सहारनपुर में से चुनाव प्रचार की शुरुआत करने के पीछे एसपी,बीएसपी की खास रणनीति भी है।
दरअसल एसपी-बीएसपी हिंदुओं में यह मैसेज देना चाहते हैं कि हम पवित्र त्योहार में कैंपेन की शुरुआत कर रहे हैं। इसका एक कारण जाट वोट बैंक भी है। एसपी,बीएसपी और आरएलडी यह चाहते हैं कि इस बार जाट-मुस्लिम साथ साथ आएं। दरअसल अखिलेश और मायावती ने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत सहारनपुर से करने की प्लानिंग इसलिए की ताकि मुस्लिम और दलित वोट बैंक को संदेश दिया जा सके।
सहारनपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के नेता इमरान मसूद भी चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के पास मुस्लिम वोट बैंक ना जाए इसलिए एसपी-बीएसपी की पहली रैली सहारनपुर के देवबंद में की जा रही है। पश्चिममी यूपी को धु्रवीकरण की प्रयोगशाला माना जाता है। पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में पश्चिमी यूपी की सभी सीटों पर बीजेपी की जीत हुई थी। हालांकि 2014 के चुनाव में एसपी-बीएसपी अलग अलग चुनाव लड़े थे। पश्चिमी यूपी की सीटों पर एसपी-बीएसपी अपने प्रत्याशियों की घोषणा जल्द कर सकती है।