सूत्रों ने आगे कहा कि पीएमएल-एन पार्टी के अध्यक्ष के रूप में शाहबाज को औपचारिक रूप से पार्टी के भीतर एक मत से चुना जाएगा। इससे पहले एक बयान में शाहबाज ने कहा कि नवाज पर निराधार आरोप लगाने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। शाहबाज शरीफ ने टिप्पणी की ‘नियाजी झूठे कप्तान हैं,’। और तो और शाहबाज ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने प्रांत में सबसे खराब प्रदर्शन दिखाया है। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी समझदार व्यक्ति अगले चुनावों में नकारात्मक राजनीति करने वालों को वोट नहीं देगा।
सूत्रों के अनुसार, पंजाब हाउस में आयोजित उच्चस्तरीय पीएमएल-एन की बैठक में वरिष्ठ पार्टी के नेताओं ने शाहबाज को राष्ट्रपति बनाने की सिफारिश की, क्योंकि वह एक गैर-विवादास्पद और प्रभावशाली व्यक्ति हैं। पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने चुनाव अधिनियम 2017 को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर अपने फैसले की घोषणा की थी, जिसमें कहा गया है कि अनुच्छेद 62 और 63 के तहत अयोग्य व्यक्ति राजनीतिक दल के प्रमुख के रूप में नहीं रह सकता है।
प्रधान न्यायाधीश साकिब निसार की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ का फैसला कि नवाज राजनीतिक दल का हिस्सा नहीं होंगे, इससे सत्तारूढ़ पीएमएल-एन को तगड़ा झटका लगा। इस बीच पीएमएल-एन के अध्यक्ष के रूप में नवाज शरीफ द्वारा उठाए गए सभी फैसले को निरर्थक और अमान्य की घोषित किया गया। ऐसे में नवाज शरीफ को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अयोग्य घोषित किए जाने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज को पीएमएल-एन का अध्यक्ष चुना जाना अब लगभग तय है।