NEW DELHI : एक तरफ PAKISTAN दुनिया के सामने INDIA की ओर से SURGICAL STRIKE किए जाने की बात को खारिज कर रहा है, वहीं दूसरी ओर PAK PM नवाज शरीफ बैठक पर बैठक किए जा रहे हैं।
शरीफ ने सोमवार को एक विशेष सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसका ‘एक सूत्रीय अजेंडा’ रहा भारत। यह एक ऐसा अजेंडा है जिसे लेकर इमरान खान से लेकर बिलावल भुट्टो जरदारी जैसे शरीफ के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी भी अपने मतभेद भुलाकर उनके साथ खड़े नजर आते हैं।
पकिस्तान के डॉन अखबार के मुताबिक, इस बैठक का निश्चित अजेंडा LOC पर भारत के आक्रामक रुख को लेकर दुनिया तक अपनी बात पहुंचाना था। पाकिस्तान के एक कैबिनेट मंत्री ने डॉन अखबार से कहा कि पाकिस्तान की सरकार दुनिया को बताना चाहती है कि ‘युद्ध के लिए उकसा रहे’ भारत के खिलाफ पाकिस्तान एकजुट है। उन्होंने कहा कि सरकार बाकी राजनीतिक दलों से सुझाव ले रही है ताकि कश्मीर के मुद्दे पर और असरदार डिप्लोमैसी की जा सके।
साफ है कि पाकिस्तान में भारत के खिलाफ ही ऐसी एकजुटता देखने को मिलती है। हालांकि क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान इस बैठक में नहीं गए पर उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ का नुमाइंदा बैठक में जरूर शामिल हुआ। आपको बता दें कि इमरान खान ने पीएम शरीफ पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मोर्चा खोला हुआ है। पनामा पेपर्स में शरीफ का नाम आने के बाद वह कई बार उन्हें निशाने पर ले चुके हैं।
वहीं, शरीफ के एक और प्रतिद्वंद्वी, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी बैठक में हिस्सा लिया। बिलावल ने कहा कि कई मुद्दों पर सरकार से मतभेद के बावजूद कश्मीर और एलओसी पर भारत की आक्रामकता के खिलाफ हम प्रधानमंत्री के साथ हैं। यह भारत-पाक संबंधों के लिए टर्निंग पॉइंट है।
बैठक में पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने सभी नेताओं को कश्मीर और एलओसी के ताजा हालात से अवगत कराया।