New Delhi: निर्भया के साथ जब ये जघन्य अपराध किया जा रहा था उस वक्त निर्भया ने ठान लिया था वो इन दरिंदों को जिंदा जला देगी।दिल्ली की वो मनहूस रात जब निर्भया की अस्मिता पर 6 लोगों ने मिलकर खिड़वाड़ किया था। 5 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फांसी की सजा सुनाई है। बलात्कार के बाद दर्द से तपड़ती निर्भया ने अपनी अंतिम इच्छा जाहिर की थी।
दर्द से कराहती निर्भया ने कहा था कि जिन लोगों ने मेरे साथ ये घिनौना खेल खेला है उन्हें सिर्फ फांसी नहीं बल्कि जिंदा जला दो। निर्भया के इस बयान को तत्कालीन सब-डिविजनल मैजिस्ट्रेट ऊषा चतुर्वेदी ने मौत से पहले दर्ज किए थे। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से पूरा देश खुश हैं और ‘आज मैं भी बहुत खुश हूं। या यूं कहूं कि संतुष्ट हूं कि आखिर इन लोगों को फांसी की सजा मिलेगी।
उन्होंने आगे कहा कि ‘निर्भया का आखिरी बयान करीब 4 पेज का है। निर्भया ने ये बयान एक साथ एक बार में दिया था। निर्भया के बयान के बारे में फैसले में कहा गया, ‘ऐसा कहना कि बुरी हालत में पीड़िता का आखिरी बयान नहीं माना जाना चाहिए, यह गलत है। बयान की गवाही देने वाले हमेशा निर्भया के आखिरी बयान के पक्ष में खड़े रहे इसलिए इस पर शक नहीं किया जा सकता।’