भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल से जब यह पूछा गया कि नीतीश कुमार रेड्डी और 11 टेस्ट खेल चुके शार्दुल ठाकुर में से किसे लीड्स टेस्ट के लिए चुना जाएगा तो उन्होंने टीम प्रबंधन के पत्ते खोलने से मना कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘जहां तक टीम संतुलन की बात है तो हम उससे खुश हैं। गेंदबाजी इकाई के रूप में आपको वह करने की जरूरत पड़ती है जो टेस्ट मैच के लिए आवश्यक होती है।’
मोर्कल ने कहा कि वह चाहते हैं कि बल्लेबाजी ऑलराउंडर नीतीश अधिक ओवर गेंदबाजी करे क्योंकि वह बीच में जादुई गेंद करने में सक्षम हैं। मोर्कल ने अभ्यास सत्र से इतर कहा, मुझे लगता है कि वह कुशल खिलाड़ी हैं। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो जादुई गेंद फेंक सकते हैं।
ज्यादा गेंदबाजी करने की जरुरत
इसलिए उनके लिए यह निरंतरता बनाए रखने की बात है और हम इस पर काम करना चाहते हैं। यह उनके खेल के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मैंने उनसे बातचीत की, जिसमें मैंने उन्हें थोड़ी और गेंदबाजी करने की चुनौती दी है। मैं चाहता हूं कि वह अधिक ओवर गेंदबाजी करें।
हम सभी जानते हैं कि वह बल्ले से क्या कर सकते हैं। यदि यहां की परिस्थितियों में आपके पास गेंदबाजी में ऐसे विकल्प हैं तो मुझे भी लगता है कि वह गेंदबाजी करने के लिए उत्साहित होंगे।
मोर्कल ने कहा, ‘हमने इस पर काफी चर्चा की है कि हम इंग्लैंड का किस तरह से मुकाबला करेंगे। लेकिन मुझे लगता है कि अभी तक हम तैयारी के मामले में सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। हमारे खिलाड़ियों के लिए मैच के दिन अपनी रणनीति पर अच्छी तरह से अमल करना महत्वपूर्ण होगा।’
सभी पहलुओं को कवर किया
मोर्कल को विश्वास है कि भारतीय टीम ने टीम चयन के मामले में सभी पहलुओं पर विचार कर लिया है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम सभी पहलुओं को कवर कर चुके हैं। लेकिन हमारे लिए अब मुख्य बात टेस्ट मैच के लिए फिट होना, तैयार होना और अपने पूरे जज्बे के साथ खेलना है। हमने पिछले कुछ समय से टेस्ट मैच नहीं खेले हैं।
मोर्कल ने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि खिलाड़ी फिट और मैच के लिए तैयार रहें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे मैदान पर 90 ओवर तक टिके रहें। उन्होंने कहा कि अभी तक हमने केवल तीन सत्र अभ्यास किया है। हमें दो दिन बाद चार दिवसीय अभ्यास मैच खेलना है। मुझे यह देखने में अधिक दिलचस्पी होगी कि हमारे खिलाड़ी उस चार दिवसीय मैच में कैसा प्रदर्शन करते हैं।