बिहार का सीमांचल क्षेत्र इस वक्त बाढ़ की चपेट में है. नेपाल में लगातार हो रही भारी बारिश और सीमांचल के जिलों में भी हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार सुबह 11:00 बजे पटना से पूर्णिया के लिए रवाना होंगे, जहां से वह हेलीकॉप्टर के जरिए सीमांचल के इन सभी 4 जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे. बाढ़ से निपटने के लिए और पीड़ित लोगों के लिए चल रहे राहत और बचाव कार्य का जायजा भी लेंगे.
गौरतलब है कि इलाके में हो रही लगातार बारिश की वजह से किशनगंज जिले में त्राहिमाम मचा हुआ है. एक तरफ जहां सैकड़ों गांवों में पानी घुस गया है, वहीं शहरी इलाकों में भी दो से 3 फुट पानी भरा हुआ है. किशनगंज के सबसे प्रभावित इलाकों में कोचाधामन, ठाकुरगंज और दिघलबैंक प्रखंड है. प्रभावित लोगों को अपने घर को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है.
किशनगंज स्टेशन के अलावा अररिया के फारबिसगंज स्टेशन में भी पानी घुस चुका है, जिससे रेल सेवा बाधित है. दिल्ली – गुवाहाटी और कोलकाता – गुवाहाटी मार्ग पर कई महत्वपूर्ण ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है.
इसी बीच नीतीश ने कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बाढ़ की स्थिति पर फोन पर बात की और स्थिति से निपटने के लिए सेना की मदद मांगी. गौरतलब है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के सीमांचल इलाके में हर साल आने वाली बाढ़ एक बड़ी समस्या रहती है. सीमांचल में खासकर कोसी नदी में आने वाली बाढ़ से बिहार को काफी नुकसान उठाना पड़ता है.