पिछले साल नवंबर महीने में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव के बाद जदयू की राज्यकारिणी की पहली बैठक में चुनाव में हार गए जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रत्याशियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की मौजूदगी में काफी तल्ख अंदाज में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला किया। बैठक में शामिल कई हारे प्रत्याशियों ने तो सीधे-सीधे यह कह दिया कि भाजपा ने उन्हें चुनाव में हरवा दिया। एक हारे प्रत्याशी ने तो यहां तक कह दिया कि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) की क्या हैसियत थी, कमान तो भाजपा के नेताओं ने संभाल रखी थी। पीठ में खंजर भोंकने तक की बात हुई।
एक स्वर में भाजपा पर फोड़ा हार का ठीकरा
जदयू प्रदेश कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में राज्य कार्यकारिणी के पहले दिन ही काफी गहमागहमी रही। शाम चार बजे शुरू हुई बैठक में जदयू प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी, मंत्री विजय चौधरी व पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता थे। तय कार्यक्रम के अनुसार पहले जदयू के उन नेताओं को बोलने के लिए कहा गया जो विधानसभा चुनाव में हार गए। इस क्रम में चंद्रिका राय, बोगो सिंह, जयकुमार सिंह, ललन पासवान, अरुण मांझी व आस्मां परवीन ने अपनी बात रखी। विधानसभा चुनाव में हारे सभी प्रत्याशियों ने एक स्वर में भाजपा पर अपनी हार का ठीकरा फोड़ा।
लोजपा पर आरोप लगाना, खुद को है धोखा देना
लोजपा प्रत्याशियों को आए वोट की वजह से हारे प्रत्याशियों ने कहा कि यह कहना खुद को धोखा देने जैसा है कि हम लोजपा से हार गए। हार तो हमें भाजपा के षड्यंत्र से मिली। हारे प्रत्याशी जब पूरे रौ में अपनी बात कर रहे थे तो उस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत जदयू के सभी दिग्गज चुप बैठे थे। किसी ने कोई टिप्पणी नहीं की। पूरे इत्मीनान से सभी का बातें सुनी गईं।
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