राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह से मंगलवार को दिल्ली से पटना लौटे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक से हरकत में आ गए हैं. पटना पहुंचने पर नीतीश ने बुधवार को अपने पार्टी के विधायक दल की बैठक बुलाने का ऐलान किया. गौरतलब है कि यह बैठक 28 जुलाई को होने वाली थी, जिस दिन बिहार विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने वाला था.
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आनन-फानन में नीतीश ने यह बैठक दो दिन पहले ही यानी कि बुधवार को शाम 5:00 बजे अपने आवास पर आहूत की है. माना जा रहा है कि इस बैठक में नीतीश उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर कोई फैसला कर सकते हैं. गौरतलब है कि 11 जुलाई को भी नीतीश के सरकारी आवास 1, अण्णे मार्ग पर जेडीयू के विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें इस बात को लेकर मांग उठी थी कि तेजस्वी यादव जिनके ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लग रहे हैं, उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. हालांकि, उस दौरान ऐसी मांग को लेकर जल्दबाजी न करते हुए नीतीश ने तेजस्वी को अपने ऊपर भ्रष्टाचार के लगे आरोपों का जनता के बीच में जवाब देने के लिए कहा था.
माना जा रहा है कि पिछले 15 दिनों में तेजस्वी की तरफ से संतुष्ट पूर्ण जवाब नहीं मिलने की वजह से बुधवार को होने वाली विधायक दल की बैठक में एक बार फिर से तेजस्वी के ऊपर कड़ी कार्रवाई की मांग उठ सकती है. इस बैठक में इस बात को लेकर मांग उठने की संभावना है कि तेजस्वी पर नीतीश कुमार कोई ठोस निर्णय लें और उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें.
अगले दो दिन में कार्रवाई !
28 जुलाई से बिहार विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है, ऐसे में इस बात को लेकर संभावना जताई जा रही है कि नीतीश कुमार अगले 2 दिनों में तेजस्वी पर कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं.
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