दक्षिण कोरिया ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया ने इस हफ्ते जिस ताकतवर मिसाइल का परीक्षण किया है, उसकी जद में अमेरिका आ सकता है। दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि अंतरद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) ह्वासोंग-15 तेरह हजार किलोमीटर तक के लक्ष्य पर हमला करने में सक्षम है और यह अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन तक दूरी पूरी कर सकती है। दो सदी बाद पहली बार जापान के ये सम्राट देने जा रहे हैं बड़ी कुर्बानी…
इस बात को निर्धारित करने के लिए इसकी समीक्षा किए जाने की जरूरत है। यदि यह सही है, तो ताकतवर ह्वासोंग-15 ने उत्तर कोरिया को परमाणु आधारित लंबी दूरी की मिसाइलों के मामले में बेहद ताकतवर बना दिया है। यह मिसाइल पिछली आईसीबीएम ह्वासोंग-14 से बड़ी है और भारक क्षमता के मामले में भी अधिक शक्तिशाली है।
वहीं इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्टडीज के विश्लेषक माइकल एलीमेन ने दावा किया कि इस मिसाइल एक हजार किग्रा विस्फोटक ले जाने में सक्षम हो सकती है और यह अमेरिका तक की मारक क्षमता रखती है।
US बोला- हमारा लक्ष्य परमाणु कार्यक्रम समाप्त करना
व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा कि ट्रंप प्रशासन का इस समय लक्ष्य कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु कार्यक्रम समाप्त करना है, इसके अलावा और कोई दूसरी प्राथमिकता नहीं है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारह सैंडर्स ने पत्रकारों से कहा, ‘जब उत्तर कोरिया की बात आती है तो प्रशासन केवल एक प्रमुख मुद्दे पर केंद्रित है। वह है कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु कार्यक्रम समाप्त करना। यह हमारी एकमात्र प्राथमिकता है। इसलिए हम पूरी तरह उस पर केंद्रित हैं। इससे अधिक कुछ भी अभी हमारी प्राथमिकता नहीं है।’