एक ऑनलाइन मीडिया हाउस की महिला संपादक ने बुधवार रात उबर कैब में बिताए खौफनाक तीस मिनट को ट्विटर पर साझा किया है। इस संबंध में उन्होंने यूपी पुलिस को ट्वीट किया है।उपराष्ट्रपति चुनाव: BJP अध्यक्ष शाह ने संघ से लगवाई मोदी की पसंद पर मुहर…
दरअसल, बुधवार रात करीब 11 बजे नोएडा निवासी दोस्त के घर से दिल्ली लौट रही थीं। वे उबर कैब में बैठीं तो उन्हें शराब और पान की बदबू आने लगी। इससे पहले की वह कुछ समझ पातीं, कैब चल पड़ी। एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड पर पहुंचकर चालक ने अचानक से सुनसान जगह पर अंधेरे में कार रोक दी।
पूछने पर उसने बताया कि कार का पेट्रोल खत्म हो गया है। इसके बाद वह कई लोगों को पेट्रोल लाने के लिए फोन करने लगा। कई को उसने फोन पर बताया कि कार में महिला बैठी हुई है।
इससे महिला ने खतरे को भांपते हुए बचने के विकल्प सोचने शुरू कर दिए। चालक के बात करने के दौरान ही उन्होंने दोस्त को फोन कर पूरी घटना के बारे में बता दिया। उनका दोस्त मौके पर पहुंचा और अपने साथ ले गया।
उबर ने चालक से करार खत्म किया
महिला पत्रकार के अनुसार, सुनसान में कार में बिताए उनके 30 मिनट जिंदगी के सबसे डरावने पल थे। उन्हें हर पल अनहोनी का डर लग रहा था। इस दौरान उन्हें आसपास कहीं भी पुलिस नहीं दिखी। उन्होंने कैब चालक को गाड़ी के अंदर की लाइट जलाने को कहा तो उसने कुछ देर के लिए लाइट जला दी।
उन्होंने चालक की फोटो खींचने का प्रयास किया तो उसने मना कर दिया और लाइट बंद कर दी। उन्होंने मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं दी है। एसपी सिटी का कहना है कि अगर कोई शिकायत मिलती है तो चालक के खिलाफ कार्रवाई होगी।
महिला पत्रकार ने मामले की शिकायत उबर कंपनी से भी की। उन्होंने मोबाइल ऐप और ईमेल से कंपनी को घटना के बारे में बताया। इसके आठ घंटे बाद कंपनी की तरफ से जवाब आया। उबर कंपनी ने उन्हें बताया कि उसने कैब चालक के साथ करार खत्म कर लिया है।