नोटबंदी को लेकर देशभर के बाद अब खुद भाजपा में बवाल मच गया है। गुरुवार को पार्टी की बैठक में नोटबंदी को लेकर अमित शाह जमकर भड़के
आरबीआई ने 500 और 1000 के नोटों को लेकर किया बड़ा फैसला
दअसल नोटबंदी को लेकर संसद में हो रहे हंगामे पर पार्टी के सबसे बड़े नेता लालकृष्ण आडवानी दुख जताया यही नहीं उन्होंने अटलजी को याद करके इस्तीफा तक देने की बात कही।
आडवानी के बयान के बाद पार्टी की एक बैठक हुई जिसमें अमित शाह समेत भाजपा के कई मुख्य नेता शामिल हुए। इस बैठक में ही नोटबंदी को लेकर हंगामा हो गया।
भाजपा के एक बड़े नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बैठक में मौजूद कुछ बड़े नेताओं ने नोटबंदी को लेकर सवाल उठाया। जिस पर अमित शाह भड़क उठे।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी नेताओं से नोटबंदी को कामयाब बनाने की अपील की। शाह ने कहा कि सरकार में बैठने वाले लोग वरिष्ठ हैं। उन्होंने सोच-समझ कर फैसला किया है. अब जनता तक इसे ले जाने की जिम्मेदारी हमारी है।
बैठक में कुछ नेताओं ने कहा कि चुनाव वाले राज्यों में लोगों को नक़दी नहीं मिल पा रही है। इस पर अमित शाह ने दो टूक शब्दों में कहा कि ये सरकार मनमोहन सिंह की सरकार नहीं है. देश बदलने के लिए कठोर फैसले करने होते हैं।
हालांकि इस बैठक में अधिकांश बीजेपी नेताओं ने कहा कि तकलीफ के बावजूद जनता प्रधानमंत्री मोदी के फैसले के साथ हैं. अमित शाह ने कहा कि पार्टी को जो जनादेश मिला है, वह लोगों के लिए सिर्फ वैसा करने के लिए नहीं है, जो केवल अच्छा दिखे, बल्कि ऐसा करने के लिए है, जो लोगों के लिए वाकई अच्छा है।