
सरकार और आरबीआई ने विदेश में रहने वाले भारतीयों को 30 जून तक पुराने नोट जमा करने की सहुलियत दे रखी है। इसका फायदा एनआरआई करेंसी नोट को कमीशन पर बेचने-खरीदने का काम करने वाले एजेंट्स के साथ मिलकर उठा रहे हैं।
100 रुपये पर मिल रहे हैं 9 रुपये
इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, हर 100 रुपये के पुराने नोट को 9 रुपये में खरीदा जा रहा है। यानी प्रत्येक 1 करोड़ रुपये के पुराने नोट देने पर 9 लाख रुपये के नए नोट एजेंट्स दे रहे हैं। ये पुराने नोट खरीदकर एजेंट्स एनआरआई लोगों को 1 फीसदी कमीशन मिलाकर के बेच रहे हैं।
यानी प्रत्येक 1 करोड़ के पुराने नोट 10 लाख रुपये में एनआरआई खरीद रहे हैं और फिर ये आरबीआई में जमा कराये जा रहे हैं। हालांकि इस तरह के गोरखधंधे से आरबीआई अधिकारी अनजान हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह उनके अधिकारक्षेत्र से बाहर है। केवल पुलिस, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और ईडी ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।
आरबीआई द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार फेमा एक्ट के अनुसार एनआरआई केवल 25 हजार रुपये के पुराने नोट एक बार में जमा करवा सकते हैं।
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