नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का आरोपी गिरफ्तार डेढ़ साल से अस्पताल कर्मियों की मिलीभगत से चल रहा था गोरखधंधा
मयाबाजार। सीएचसी मयाबाजार में नौकरी देने के नाम पर बेरोजगारों से ठगी का मामला प्रकाश में आया है। सोमवार को भुक्तभोगियों ने तीन ठगों को पकड़कर सीएचसी अधीक्षक को सौंपा। पुलिस के पहुंचने से पहले ही दो ठग चकमा देकर भाग गए। तीसरे ठग से पुलिस पूछताछ कर रही है। प्रारंभिक जांच में यह गिरोह अन्य जनपदों में हजारों लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है। इस गोरखधंधे में कुछ अस्पताल कर्मी भी शामिल बताए गए हैं। हैरत की बात यह है कि यह गोरखधंधा लगभग डेढ़ साल से चल रहा है, किंतु अस्पताल प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी।
मया सीएचसी पर महीनों से कुछ लोग अस्पतालों में डायविटीज कंट्रोल के लिए वर्कर का फार्म भरवा रहे थे। यह कार्य अस्पताल के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से आशा बहुओं को सौंपा गया। पहले प्रति फार्म दो सौ रुपया फिर 420 रुपया रजिस्ट्रेशन और बाद में पांच हजार की डीडी लिया जा रहा था। फार्म बिक्री का कार्य अस्पतालकर्मी ही कर रहे थे। सोमवार को संस्था का उक्त कर्मी अपने दो सहयोगियों के साथ अस्पताल आया। भुक्तभोगियों ने नौकरी के बाबत जानकारी मांगी तो बात बढ़ गई तो भुक्तभोगियों ने तीनों को बंधक बना लिया। सीएचसी अधीक्षक अंशुमान यादव को जब जानकारी मिली तो उन्होंने अधिकारियों से संपर्क कर पुलिस को सूचित किया। पुलिस के पहुंचने से पूर्व दो ठग चकमा देकर भाग गए। थानाध्यक्ष केके गुप्ता ने बताया कि पकड़ा गया व्यक्ति अंबेडकरनगर का निवासी है। मामले का मास्टरमाइंड कोई और है, जांच की जा रही है। सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि तहरीर दी गई है। पुलिस की जांच में सब सामने आ जाएगा।