आपने अक्सर सिर का दर्द ठीक करने के लिए कई तरह की दवाईयां और उपचार किए होंगे…पर क्या आप जानते हैं एक ऐसा भी योग है जिसे करने के एक हफ्ते के भीतर ही आप सालो पुराने दर्द से तुरंत राहत पा सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है इसे करने का सही तरीका।
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सिर दर्द होने पर अक्सर लोग पेन किलर लेते हैं पर स्वास्थ्य की दृष्टि से ये बिल्कुल भी सही नही है। कई पेन किलर आपके शरीर पर बहुत बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। ऐसे में प्राणायाम की मदद से आप सिर दर्द की समस्या से निजात पा सकते हैं। सिर दर्द से निजात पाने के लिए आपको अनुलोम विलोम और कपालभाति प्राणायाम करना चाहिए। आइए जानते हैं इसे करने का क्या है सही तरीका।
अनुलोम विलोंम
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पद्मासन में बैठ जाएं। इसके बाद अपने दाएं हाथ के अंगूठे से नाक के दाएं छिद्र को बंद कर बाएं छिद्र से 5 गिनती में सांस भरे।
-इसके बाद बाएं नाक के छिद्र को रिंग फिंगर से बंद कर दाहिनी नासिका से अंगूठे को हटा दें और अब दाईं नासिका से सांस को बाहर छोड़ें।
– इसके बाद अब यही प्रकिया बाईं नसिका के साथ करें। इस प्राणायाम को आप 5 से 15 मिनट तक कर सकते है।
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पद्मासन में बैठ जाएं। इसके बाद अपने दाएं हाथ के अंगूठे से नाक के दाएं छिद्र को बंद कर बाएं छिद्र से 5 गिनती में सांस भरे।
-इसके बाद बाएं नाक के छिद्र को रिंग फिंगर से बंद कर दाहिनी नासिका से अंगूठे को हटा दें और अब दाईं नासिका से सांस को बाहर छोड़ें।
– इसके बाद अब यही प्रकिया बाईं नसिका के साथ करें। इस प्राणायाम को आप 5 से 15 मिनट तक कर सकते है।
कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति प्राणायाम मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले किसी खुली जगह पर पद्मासन में बैठ जाएं।
-इसके बाद नाक के दोनों छिद्रों से सांस को बाहर फेंकें और ऐसा करते हुए पेट को अंदर की ओर खींचकर रखें।
-इसके बाद एक बार फिर सांसों को अंदर खीचें और पेट को यथासम्भव बाहर जाने दे। शुरुआती दिनों में एक मिनट तक ऐसा करने की कोशिश करें और फिर क्रम धीरे-धीरे समय बढ़ाकर 15 मिनट तक करें ।
– इससे आपको मानसिक तनाव से काफी राहत मिलेगी साथ ही अगर आपके सिर में हमेशा दर्द बना रहता है तो इससे छुटकारा मिल जाएगा।
कपालभाति प्राणायाम मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले किसी खुली जगह पर पद्मासन में बैठ जाएं।
-इसके बाद नाक के दोनों छिद्रों से सांस को बाहर फेंकें और ऐसा करते हुए पेट को अंदर की ओर खींचकर रखें।
-इसके बाद एक बार फिर सांसों को अंदर खीचें और पेट को यथासम्भव बाहर जाने दे। शुरुआती दिनों में एक मिनट तक ऐसा करने की कोशिश करें और फिर क्रम धीरे-धीरे समय बढ़ाकर 15 मिनट तक करें ।
– इससे आपको मानसिक तनाव से काफी राहत मिलेगी साथ ही अगर आपके सिर में हमेशा दर्द बना रहता है तो इससे छुटकारा मिल जाएगा।
लाभ
-अनुलोम-विलोम प्राणायाम का अभ्यास करने से शुद्ध वायु अंदर जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकलती हैं। जिसकी वजह से फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
-मस्तिष्क की विचार क्षमता गहरी होती है और एकाग्रता बढ़ती है।
-हृदय रोगी और उच्च रक्तचाप के मरीजों को अनुलोम-विलोम का अभ्यास नियमित रूप से करना चाहिए।
-अनुलोम-विलोम प्राणायाम का अभ्यास करने से शुद्ध वायु अंदर जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकलती हैं। जिसकी वजह से फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
-मस्तिष्क की विचार क्षमता गहरी होती है और एकाग्रता बढ़ती है।
-हृदय रोगी और उच्च रक्तचाप के मरीजों को अनुलोम-विलोम का अभ्यास नियमित रूप से करना चाहिए।