27 मई की रात को डेराबस्सी में पंजाबी सिंगर नवजोत विर्क की हत्या करने वाले पांच आरोपितों को उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार उनका संबंध सुंदर भाटी व एमआर गैंग के साथ है। उन्होंने कत्ल इसलिए किया क्योंकि आरोपित विर्क की कार छीन रहे थे लेकिन विर्क विरोध कर रहा था।
कार छीनने के विरोध में हुई थी सिंगर की हत्या
दूसरी तरफ गाजियाबाद पुलिस के अनुसार पांच में से दो आरोपितों कुलदीप व अनुज निवासी जिला अंबाला ने कुबूल किया है कि उन दोनों ने ही सिंगर विर्क को कार से नीचे उतार कर उसे पांच गोलियां मारी थी। पांचों को गाजियाबाद कोर्ट में पेश करने पर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने कहा कि गाजियाबाद क्राइम ब्रांच के पास मोहाली पुलिस की एक टीम भेजी गई है। इस मामले में अभी हम कुछ नहीं कह सकते। हमने पांचों को प्रोडक्शन वारंट पर लेने के लिए कोर्ट में अप्लाई कर दिया है। बता दें कि पुलिस ने हत्या के बाद विर्क की कुछ फ्रेंड्स से भी पूछताछ की थी, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा था।
यह है मामला
डेराबस्सी के निकट पंजाबी सिंगर नवजोत सिंह विर्क पुत्र सुखबीर सिंह निवासी गांव बेहड़ा का गोलियों से छलनी खून से सना हुआ शव गांव से महज चार किलोमीटर की दूरी पर सड़क के किनारे मिला था। नवजोत के पिता सुखबीर सिंह ने अपनी शिकायत में बताया था कि नवजोत हर रोज मोहाली में गाने का रियाज करने जाता था। 27 मई को भी दोपहर 3.00 बजे नवजोत रियाज करने के लिए मोहाली गया था। रात करीब 10.30 बजे उसने अपनी माता को फोन कर बताया था कि वह कुछ मिनटों में ही घर पहुंच जाएगा परंतु 11. 30 बजे तक भी घर नहीं पहुंचा तो वे रिश्तेदारों के साथ उसे ढूंढ़ने निकले। डेराबस्सी बरवाला रोड पर नवजोत की कार खड़ी मिली थी। वहीं कुछ दूरी पर उसका शव मिला था।
यूपी के डॉन सुंदर भाटी और एमआर गैंग ने मिलाया है हाथ
पिछले दिनों बदमाश अमर सिंह ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में खुलासा किया था कि यूपी के कुख्यात सुंदर भाटी गैंग और हरियाणा के एमआर गैंग ने गठजोड़ कर लिया है। यह गठजोड़ खुद अमर सिंह ने ही कराया था। इनके गठजोड़ से दिल्ली, हरियाणा और पंजाब तक दहल सकता है। यह बात भाजपा नेता शिव कुमार यादव समेत चार की हत्या में वांछित एक लाख के इनामी व सुंदर भाटी गैंग के सदस्य अमर सिंह के पकड़े जाने के बाद सामने आया है। अमर सिंह ने सुंदर भाटी गैंग का गठजोड़ अंबाला हरियाणा के एमआर गैंग से करा दिया। गैंग का लीडर हरियाणा का एक लाख का इनामी मोनू राणा है। इस गठजोड़ के बाद एमआर गैंग ने सुंदर भाटी के विरोधियों को यूपी में निपटाने की हामी भरी। उधर, सुंदर भाटी गैंग ने एमआर गैंग के विरोधी बीआर गैंग को खत्म करने में सहयोग का वादा किया।
बीआर गैंग का लीडर हरियाणा का पांच लाख का इनामी भूपी राणा है। इस नए गठजोड़ के बाद सुंदर-एमआर गैंग बागपत के रहने वाले संदीप बली की हत्या करने वाले थे। संदीप की दिल्ली में टोल वसूली को लेकर सुंदर के भतीजे अनिल भाटी से दुश्मनी है। इस हत्याकांड से पहले ही गाजियाबाद पुलिस ने मेरठ के सरधना से एक लाख के इनामी अमर सिंह को चार अन्य के साथ पकड़ लिया। उसके साथ एमआर गैंग के सदस्य कुलदीप और अनूप भी पकड़े गए हैं। कुख्यात बदमाशों के इस अंतरराज्यीय गठजोड़ की जानकारी से यूपी पुलिस भी सचेत हो गई है। अब विभिन्न प्रदेश के बड़े बदमाशों पर संयुक्त कार्रवाई के लिए कई प्रदेश की पुलिस साथ मिलकर काम करेगी। इसके लिए जल्द ही विभिन्न राज्यों के डीजीपी की बैठक होगी।
मामा के लड़के ने कराया एमआर गैंग से संपर्क, आठ माह तक मिली शरण
अमर सिंह ने नोएडा एसटीएफ के अधिकारियों को बताया कि यूपी पुलिस से बचने के लिए वह किसी गैंग से जुड़ना चाह रहा था। यूपी के सारे गैंग की कमर टूट गई है। साथ ही सारे गैंग पर पुलिस की नजर है। ऐसे में यूपी में किसी भी गैंग से जुड़ने पर खतरा था। यह जानकारी मामा के लड़के नीरज को दी। नीरज अंबाला (हरियाणा) में रहता है। उसी ने मोनू राणा से मुलाकात कराई। जिसके बाद मोनू राणा गैंग व सुंदर भाटी गैंग मिल गए। अमर सिंह ने एसटीएफ को बताया कि आठ माह तक छिपने का इंतजाम एमआर गैंग ने ही किया। जिससे वह यूपी पुलिस से बचता रहा।