गत दिवस चार पेट्रोल पंप लूटने की घटना के बाद सोमवार सुबह भी तरनतारन खौफजदा रहा। पांच सदस्यीय गिरोह ने सोमवार को सुबह लूट की तीन वारदातों को अंजाम देते हुए दो लोगों को गोलियां मारकर घायल कर दिया। तीन लुटेरों का जब पुलिस ने पीछा किया तो पट्टी के माही रिजोर्ट में जा घुसे और पुलिस पर गोलीबारी करते रहे। इसके बाद 35 मिनट तक मुठभेड़ हुई, जिसमें एक लुटेरे की मौत हो गई, जबकि चार लुटेरे घायल हो गए। मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हुए हैं।
मौके पर पहुंचे एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले, एसपी जगजीत सिंह वालिया व अन्य अधिकारी पहुंचे। मरने वाले लुटेरे की पहचान गुरमीत सिंह गोपी निवासी गांव जट्टा के तौर पर हुई है, जबकि घायल हुए जगजीत सिंह जग्गी नौशहरा पन्नूआ, फतेह सिंह भिखीविंड, गुरजिंदर सिंह मानकपुरा, सिक्की गंडीविंड धत्तल को पट्टी के अस्पताल दाखिल करवा दिया गया है।
मुठभेड़ के दौरान थाना पट्टी प्रभारी लखबीर सिंह के ड्राइवर सरबजीत सिंह (पंजाब होम गार्ड) व अन्य मुलाजिम विक्रम सिंह भी गोली लगने से घायल हुए। एसएसपी निंबाले ने बताया कि इन लुटेरों ने 24 घंटे के दौरान लूट की सात वारदातों को अंजाम दिया था। गिरोह ने अमृतसर व तरनतारन में लूट की 30 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया है। मुठभेड़ के बाद मौके से पुलिस ने तीन पिस्टल, एक लाख की राशि, नशीले पदार्थ आदि बरामद किए हैंं।
पुलिस की मुशतैदी से बड़ा नुकसान टला
पुलिस पार्टी जब लुटेरों का पीछा कर रही थी तो वे कार में सवार होकर लिंक सड़क के माध्यम से तरनतारन पट्टी रोड स्थित गांव कैरों के माही रिजोर्ट में दाखिल हुए। यहां पर विवाह समागम चल रहा था। पैलेस में 300 से अधिक मेहमान थे, परंतु पुलिस ने मुशतैदी बरतते हुए मेहमानों को पैलेस से सुरक्षित बाहर निकाला और पैलेस की घेराबंदी की। दीवार फांदकर खेतों की ओर भागे लुटेरों ने पुलिस पर करीब 80 राउंड फायर किए। एसएसपी निंबाले ने बताया कि विवाह समागम के मेहमानों द्वारा पुलिस को पूरा सहयोग दिया गया। जिसके चलते कोई बड़ा नुकसान नहीं हो पाया।
एसएसपी निंबाले ने दावा किया कि मुठभेड़ के दौरान मरने वाले लुटेरे गुरमीत सिंह गोपी निवासी जट्टा की मौत गोली लगने से नहीं हुई, बल्कि वे बुरी तरह नशे में था। नशे की ओवरडोज या भागते समय हार्ट अटैक से हुई है। उन्होंने दावा किया कि मुठभेड़ के दौरान घायल हुए आरोपित सभी नशे में थे।