पंजाब में ऑक्सीजन के लोकल मैन्यूफेक्चरर पर लगाई जाएगी कुछ पाबंदियां: स्वास्थ्य मंत्री
मोहाली, फिलहाल सूबे में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। लेकिन अगर केस बढ़ते हैं या बहुत ज्यादा पीक आता है तो ऑक्सीजन का भंडराण करना अनिवार्य है। जिस पर काम किया जा रहा है। यह बात पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कही है। उन्होंने कहा कि पहले पंजाब का ऑक्सीजन का एलोकेशन कुछ कम किया गया था। लेकिन मुख्यमंत्री के आदेश के बाद ठीक कर दिया गया है।
मंत्री सिद्धू वीरवार को मोहाली में ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) की एक बैठक में भाग लेने के लिए आए थे। सिद्धू ने कहा कि पंजाब में ऑक्सीजन के जो लोकल मैन्यूफेक्चरर है उन पर कुछ पाबंदियां लगाई जाएगी। पहले ऑक्सीन अस्पतालों और सरकार को देनी होगी। बाहरी कंपनियों को ऑक्सीजन देने के लिए कंपनियों का कोटा तय किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र की ओर से जो पंजाब को कोविड वैक्सीन की चार लाख डोज की खेप भेजी गई है वे बेहद कम है। पंजाब को कम से कम एक टाइम में पंद्रह लाख डोज भेजी जानी चाहिए। उसके बाद सप्ताह का कोटा फिक्स करना चाहिए, जिसके बाद टीकाकरण में तेजी आएगी। केंद्र ने जो टीके के रेट बढ़ाए हैं वे गलत किया है। ऐसे समय में तो रेट कम करने चाहिए बल्कि लोगों को मुफ्त में वैक्सीनेशन देनी चाहिए।
सेहत मंत्री ने ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण करवाने के लिए लोगों को आगे आने को कहा। उन्होंने कहा कि पंजाब में बढ़ते केसों में कमी आएगी। क्योंकि लोग जागरूक हो रहे हैं और लोग वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने चेताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आने वाले दिनों में सख्त पाबंदियां पाबंदियां की जाएंगी। हालांकि इस का फैसला मुख्यमंत्री की बैठक में किया जाएगा। पंजाब जो जरूरी सर्जरियों पर रोक नहीं लगाई गई है। लेकिन जिन सर्जरियों को टाला जा सकता है वे टाली जाएगी। सेहत मंत्री ने कहा कि अकाली दल जो आरोप लगा रहा हैं वे निराधार हैं। इस समय में अकाली दल को राजनीति नहीं बल्कि सूबे की बेहतरी के लिए सोचना चाहिए। जो अकाली दल व्हाइट पेपर लाने की बात कह रहा है वह कोरी राजनीति है।