करीब 18 दिन पहले पढ़ाई को लेकर पिता की डांट से नाराज होकर चौथी क्लास मे पढ़ने वाली छात्रा ने ऐसा कदम उठाया कि सब सकते में आ गए।
रुद्रपुर में ट्रांजिट कैंप के शिवनगर में खड़कसेन अपने परिवार के साथ रहकर एक फैक्ट्री में काम कर परिवार का भरण पोषण करता है।
बीते 27 फरवरी को खड़क ने एक प्राइवेट स्कूल में चौथी में पढ़ने वाली बेटी ओमश्री (9) को पढ़ाई नहीं करने पर डांट लगा दी थी।
रोती हुई बच्ची को पुलिसकर्मियों ने बाल गृह में पहुंचा दिया था
इससे नाराज होकर ओमश्री घर से निकल गई थी और ट्रेन में बैठकर देहरादून पहुंच गई। रेलवे स्टेशन में रोती हुई बच्ची को पुलिसकर्मियों ने बाल गृह में पहुंचा दिया था।
बाल गृह में ओमश्री केवल अपने स्कूल का नाम बता रही थी, जबकि उसे माता-पिता का नाम याद नहीं था।
इसी बीच बीते 14 मार्च को बाल गृह की अधीक्षक सुनीता ने जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष डॉ. रजनीश बत्रा से संपर्क साधा था।
बच्ची की गुमशुदगी ट्रांजिट कैंप थाने में होने का पता चला
डॉ. रजनीश ने छानबीन की तो क्षेत्र से लापता हुई एक बच्ची की गुमशुदगी ट्रांजिट कैंप थाने में होने का पता चला।
इसके बाद देहरादून में रह रही बच्ची की फोटो और परिजनों से मिली फोटो का मिलान किया गया।
इसके बाद परिजनों को कागजातों के साथ देहरादून भेजा गया, जहां से शुक्रवार को वे बच्ची को ले आए। वहां पर समिति सदस्य प्रेम सिंह और मेदिनी रस्तोगी मौजूद रहे।