लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज बड़ा दावा किया है। उन्होंने सुलतानपुर में चुनाव प्रसार की शुरुआत करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार इस बार बजट घोषणा में सपा के चुनाव घोषण पत्र की नकल करेगी। इस सिलसिले में आज उन्होंने सुलतानपुर में जनसभा को संबोधित किया।
अखिलेश यादव ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के समय देश को छलने का काम किया था। उन्होंने देश में अच्छे दिन लाने का नारा दिया था, लेकिन अब सब बातें लोगों को छलावा साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि हम तो कहते हैं वो करके दिखा देते हैं। बीते विधानसभा चुनाव में भी जो बातें हमारे घोषणा पत्र में थीं वह हमने सरकार बनते ही तीन साल में पूरा कर दिया। हमने तो विकास के वह सारे काम भी कराए जोकि हमारे घोषणा पत्र में नहीं थे। उन्होंने कहा कि यह मेरा दावा है कि इस बार केंद्र सरकार अपने बजट में हमारे घोषणा पत्र की नकल करेगी।
अखिलेश यादव के कहा कि इस बार हम लोगों को स्मार्टफोन भी देंगे, जिससे कि लोगों को सरकार से अपनी बात कहने में कोई भी परेशानी न हो। हम युवाओं को रोजगार के बेहतर से बेहतर साधन उपलब्ध कराएंगे जिससे कि वह अपने प्रदेश में ही रहें। उन्होंने जनसभा में मौजूद युवाओं से कहा कि आने वाले समय में भी हमारी ही सरकार बनेगी तो आप उत्तर प्रदेश से भागकर दिखा देना। अब सीधे-सीधे भर्ती होगी। समाजवादी सरकार ने 46 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती की। इसके साथ ही पढ़ाई के लिए उचित इंतजाम होंगे। इस बार की सरकार में रोजगार के लिए युवाओं को अवसर दिए जाएंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि हमने प्रदेश में डायल 100 शुरू किया ताकि एक फोन पर आपकी समस्या को सुना जाए। इसकी शुरआत में ही सिर्फ एक लाख फोन इसलिए आये ताकि देख सकें कि फोन कोई उठाता है कि नहीं। कानून.व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस का इंतजाम शुरू किया है। अब किसी को भी थाना में जाकर मुकदमा नहीं दर्ज करना होगा।
चर्चा ऐसी कि ज्योतिष के अनुसार अखिलेश ने शुरु किया कार्यक्रम
इस बात की चर्चा है कि ज्योतिष और ग्रह-नक्षत्र के आधार पर अखिलेश यादव का यह कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। ध्यान रहे कि मुख्यमंत्री पिछले वर्ष रथ पर सवार होकर निकले और दस कदम चलने के बाद ही लखनऊ के लोहिया पथ पर आते ही उनका रथ खराब हो गया। अभियान की शुरुआत में ही झटका लग जाने से अखिलेश को मायूसी मिली थी। बाद में वह अपने सरकारी वाहन से निकले और उन्नाव की रैली को संबोधित किए। इस वजह से यह चर्चा जोरों पर है कि अबकी बार ग्रह दशा को ध्यान में रखकर ही कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं।