स्वीडन : दुनिया में अपनी कैशलेस इक्नामी को लेकर चर्चा में रहने वाले स्वीडन अपने कर्मचारियों के लिए हर वह सुविधा देने पर जोर देता है, जिससे काम की क्षमत बढ़ सके। इन सभी बातों को देखते हुए स्वीडन में प्रेमी और विवाहित जोड़ों को एक घंटे का सेक्स ब्रेक दिया जायेगा।
ओवरटर्नेओ शहर के काउंसलर पेर.एरिक ने यह प्रस्ताव पेश किया है। प्रस्ताव पास होने के बाद सभी कंपनियों और दफ्तरों में काम कर रहे विवाहित और प्रेमीयों को एक घंटे के लिए सेक्स करने का समय दिया जायेगा। जोकि वह घर जाकर अपने पार्टनर के साथ सेक्स कर सकें।
42 वर्षीय पेर.एरिक का कहना है कि ज्यादा काम करने के चलते आज के समय में कपल्स को अपने पार्टनर के साथ सेक्स करने का समय नहीं मिल पाता है। इसलिए इस प्रस्ताव का लक्ष्य लोगों के निजी जीवन के रिश्तों को ठीक करना और बढ़ाना है। साथ ही उन्होनें कहा कि एक शोध में भी यह बात सामने आयी है कि रिश्ते अच्छे करने के लिए सेक्स लाभदायक है।
स्वीडन अपने यहां के कर्मचारियों को सहूलियत देने में हमेशा से आगे रहा है। जनवरी में यहां पर हॉस्पिटलों में काम कर रही नर्सों के काम के समय को घटाकर 6 घंटे कर दिया गया। बताया जाता है कि काम के घंटे को घटा कर कम करने से लोग दफ्तरों में रूककर काम करने लगे। नर्सें अपने काम ओर ज्याद बेहतर करने लगीं। आर्थिक अनुसंधान संस्थान को ए.रेक्सेकोड की रिपोर्ट के अनुसार स्वीडन में कर्मचारियों से यूरोप की तुलना में कम काम करवाया जाता है।
2015 की रिपोर्ट की बात करें तो स्वीडन में औसतन प्रति कर्मचारी को केवल 1, 685 घंटे ही काम करना होतो है। वहीं ब्रिटेन में काम का समय प्रति कर्मचारी 1,900 घंटे है और जर्मनी में प्रत्येक कर्मचारी को 1,847 घंटे काम करना होता है। वहीं सेक्स को लेकर नेशनल स्लीप फाउंडेशन ने पाया कि हर चार में से एक अमेरिकी जोड़े की यह शिकायत रही है कि ज्यादा काम होने के कारण ठीक से निंद नहीं आती है साथी ही नींद न पूरी होने की वजह से न ही उनका सेक्स करने का मन करता है। फाउंडेशन की रिपोर्ट ने यह भी बताया कि काम ज्यादा बोझ होने से सेक्स के प्रति उनकी रूची कम होती जा रही है। अपने प्रस्ताव के पेश करते हुए पेर. एरिक ने कहा कि ऐसा कोई भी कारण नहीं है जो प्रस्ताव पास न हो।