लखनऊ : समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच चल रहे मनमुटाव के बीच एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है। यह बात जानकर आप भी सन्न रह जायेंगे। अखिलेश पर अपने ही पिता मुलायम सिंह को नज़रबंद करने का आरोप लगाया गया है। यह आरोप हम नहीं लगा रहे हैं बल्कि लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने लगाया है। सुनील ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को इस संबंध में लेटर भी लिखा है। उन्होंने लेटर में यह आशंका जताई है कि मुलायम के साथ जयललिता की तरह अप्रिय घटना हो सकती है।
सुनील सिंह का कहना है कि मुलायम सिंह को किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। उन्हें घर में ही नजरबंद कर दिया गया है। उनसे मिलने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। साथ ही कई लोगों को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा। इसके अलावा यह भी आरोप लगाया है कि मुलायम के करीबी नेताओं को धमकाया जा रहा है।
सुनील सिंह ने इस मामले में गृहमंत्री को लेटर लिखकर कहा कि मुलायम का स्टॉप अखिलेश के इशारे पर काम कर रहा है। इसमें उन्होंने यह भी आशंका जताई कि मुलायम के साथ कांशीराम और जयललिता की तरह अप्रिय घटना घट सकती है। इस लिए सुनील सिंह ने मुलायम के लिए गृहमंत्री से सुरक्षा की मांग की है। वहीं दूसरी तरह सुनील सिंह के इस आरोप को समजावादी पार्टी के लोगों ने गलत ठहराया है।
लोकदल से ही की भी मुलायम ने शुरुआत
मुलायम के राजनीतिक जीवन की शुरुआत लोकदल से ही हुई थी। मुलायम 1982 में लोकदल के अध्यक्ष बनाए गए थे। वह खुद को लोकदल के संस्थापक चौधरी चरण सिंह का असली वारिस भी बता चुके हैं।
1985 में मुलायम ने यूपी में लोकदल को 85 सीटों पर जीत भी दिलवाई थी। इसके बाद ही उन्हें विपक्ष का नेता बनाया गया था।