लखनऊ : गोमतीनगर इलाके में रहने वाले सेवानिवृत्त वैज्ञानिक से जासलाजों ने बीमा पालिसी और उसके बोनस के नाम पर 78 लाख रुपये ठग लिया। पीडि़त ने जब आरोपियों से अपने रुपये वापस मांगे तो उन लोगों ने सेवानिवृत्त वैज्ञानिक को जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में रविवार को पीडि़त ने गोमतीनगर थाने में 9 जालसाजों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करायी है।
गोमतीनगर के विनीतखण्ड इलाके में गन्ना अनुसंधान संस्थान से सेवानिवृत्त वैज्ञानिक डाक्टर सोमनाथ सिंह अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनका कहना है थ्क जनवरी 2015 में उनके पास से अमित सेक्सना नाम के एक व्यक्ति का फोन आया और उसने खुद को बीमा कम्पनी का अधिकारी बताया। अमित ने डाक्टर सोमनााि सिंह को जानकारी दी कि उनकी जो बीमा पालिसी है, उसमें ब्रोकर कोड लगा है। ऐसे में वह जो भी रकम जमा करते हैं, वह रुपये एजेंट के खाते में चले जाते हैं। इसके बाद अमित ने कहा कि इससे बचने के लिए उनको क्लाइंट आईडी करानी पड़ेगी।
अमित की बात में डाक्टर सोमनाथ आ गये। इसके बाद अमित ने आईआरडीए के दो फर्जी कर्मचारी सतीश सिंह और रणवीर सिंह को उनके घर भेजा और 42 हजार रुपये का चेक ले लिया। इसके बाद अमित ने पालिसी का बोनस दिलाने के नाम पर डाक्टर सोमनाथ से अप्रैल 2016 तक करीब 8.86 लाख रुपये ठगे। काफी रकम देने के बाद भी जब डाक्टर सोमनाथ को एक भी रुपये नहीं मिले तो उन्होंने अमित सेक्सना को फोन कर अपने रुपये वापस मांगे। इस पर अमित ने अपना फोन बंद कर लिया।
इसके बाद मई 2016 को डाक्टर सोमनाथ के रश्मि फौजबाद, निरंजन साहू और एमएन खरे नाम के तीन अलग-अलग लोगों ने फोन किया। उन लोगों ने खुद को हेड आफ डिपार्टमेंट रिफण्ड बताया। तीनों ने डाक्टर सोमनाथ को उनके ठगे गये रुपये वापस कराने की आश्वासन दिया। ठगे गये रुपये वापस मिलने की बात सुन डाक्टर सोमनाथ ने एक बार फिर उन लोगों की बात पर यकीन कर लिया। इसके बाद मई 2016 से लेकर जनवरी 2017 के बीच तीनों आरोपियों ने रुपये वापस दिलाने के नाम पर डाक्टर सोमनाथ से 66 लाख रुपये ठग लिये। इस तरह सेवानिवृत्त वैज्ञानिक ने जालसाजों के जाल में फंसकर करीब 78 लाख रुपये गवाएं दिये। पीडि़त का कहना है कि उन्होंने जब आरोपियों से अपने रुपये वापस मांगे तो उन लोगों ने उनको जान से मारने की धमकी दी और बताया कि वह लोग दिल्ली व नोएडा के कॉल सेंटर से बोल रहे हैं और उनका काम ठगी ही करना है। आरोपियों ने बताया कि पुलिस भी उनका कुछ नहीं कर सकती है।
9 जालसाजों के खिलाफ दर्ज करायी गयी एफआईआर
78 लाख की ठगी का शिकार हुए डाक्टर सोमनाथ सोमवार को इस मामले की शिकायत लेकर गोमतीनगर पुलिस के पास पहुंचे। उन्होंने इस मामले में अमित सक्सेना, सतीश सिंह, रणवीर सिंह, शीतला एजेंट, सुषमा श्रीवास्तव, मुकेश अग्रवाल, रश्ति फौजदार, निरंजन साहू और एसएन खरे के खिलाफ धोखाधड़ी और धमकी देने की एफआईआर दर्ज करायी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि गोमतीनगर पुलिस इतनी बड़ी ठगी के मामले में कुछ कर पाती है या नहीं है। वैसे तो ठगी की रकम इतनी बड़ी है कि इस मामले की छानबीन एसटीएम को दी जा सकती है, क्योंकि एसटीएफ की टीम इस तरह की धोखाधड़ी के मामले की विवेचना पहले भी कर चुकी है।