लखनऊ: करोड़ों के घोटाले के , मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसे यादव सिंह के साथियों का लखनऊ जिला कोर्ट में सोमवार को पेशी के बाद फोटो खिंचने को लेकर विवाद हो गया और नौबत हाथापाई तक आ गयी। इस बीच यादव सिंह के लोग वकीलों से भिड़ गये और हंगामा हो गया। किसी तरह यादव सिंह की अभिरक्षा में तैनात पुलिस वालों ने उनको बचाया और एम्बुलेंस में बैठाकर वहां से चले गये। इस घटना में किसी भी पक्ष ने पुलिस से कोई शिकायत नहीं की गयी है।
प्रवर्तन निदेशालय ईडी की टीम सोमवार सुबह 10.30 बजे यादव सिंह को एम्बुलेंस से कोर्ट लेकर पहुंची। यादव सिंह की पहचान न हो सके इस लिए उसको कैप पहनाई गयी थी। कैप का फ्लैप नीचे तक झुका हुआ था, जिससे की चेहरा साफ न दिखायी दे। यादव सिंह को व्हीलचेयर पर बैठा कर कोर्ट में ले जाया गया। दोपहर करीब 3 बजे पेशी के बाद ईडी की टीम यादव सिंह को व्हीलचेयर पर बैठा कर बाहर लेकर निकली। प्रत्यक्षदर्शियों का कहान है कि इस बीच फोटो खिंचने को लेकर यादव सिंह के लोगों का कुछ लोगों से विवाद हो गया। इस दौरान यादव सिंह के साथी ने एक अधिवक्ता को धक्का दे दिया। बस इसके बाद बात बढ़ गयी।
यादव सिंह के लोगों और कुछ अधिवक्ताओं के बीच हाथापाई और हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान यादव सिंह की अभिरक्षा में तैनात पुलिस वालों के हाथ पैर फूल गये। किसी तरह यादव सिंह को जल्दी से एम्बुलेंस में बैठाया गया और पुलिस की टीम उसको लेकर गोसाईगंज जेल रवाना हो गयी। इस पूरी घटना को लेकर स्थानीय पुलिस का कहना है कि घटना की सूचना मिली थी पर जब तक पुलिस वहां पहुंचती मामला खत्म हो गया था और इस संबंध में किसी भी पक्ष ने पुलिस से कोई शिकायत नहीं की है।