लखनऊ: बाजारखाला इलाके में कक्षा छह की छात्रा ने घर में साड़ी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। किशोरी को परिवार के लोग इलाज के लिए अस्पताल ले गये,जहां डाक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। बच्ची ने आत्महत्या जैसे आत्मघातक कदम क्यों उठाया इस बात का पता नहीं चल सका है। इसके अलावा इंदिरानगर में बेरोजगारी से तंग आकर युवक ने खुदकुशी कर ली।
बाजारखाला के अंबेडकरनगर भरतपुर निवासी अवध सिद्धार्थ चाय पत्ती का व्यापार करते हैं। उनके परिवार में पत्नी गुणवती, बेटी 13 वर्षीय अदिति , गुनगुन और कार्गी हैं। अवध की बड़ी बेटी अदिति शिव मांटेसरी स्कूल में कक्षा 6 की छात्रा थी। मंगलवार को अवध विवाह समारोह में शरीक होने के लिए गये थे। रात को घर पर गुणवती कमरे में छोटी बेटी गुनगुन व कार्गी के साथ सो रही थी। उनकी जब नींद खुली तो बड़ी बेटी अदिति कहीं नजर नहीं आयी।
इस पर उन्होंने बेटी को तलाशना शुरू किया तो अदिति पंखे के हुक में साड़ी के सहारे लटकती मिली। बेटी को फंदे पर लटका देख गुणवती ने उसे नीचे उतारा और देवर की मदद से इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लेकर पहुंची। डाक्टरों ने अदिति को देखते ही मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर बाजारखाला अनिल सिंह के मुताबिक अदिति ने किन कारणों से खुदकुशी की इसका पता नहीं चल सका है।
फिलहाल किशोरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की छानबीन की जा रही है। इसके अलावा इंदिरानगर निवासी 33 वर्षीय सचिन कुमार ने पंखे के हुक में साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। परिवार वालों ने सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन करते हुए सचिन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि सचिन बेरोजगार था और उसने आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या की है।