पनवाड़ी थाना क्षेत्र के नटर्रा गांव में घर के अंदर दादी और उसकी 17 वर्षीय पौत्री के शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस की छानबीन में छत पर मिले पैरों के निशान किसके है, इसका पता लगाया जा रहा है। ग्रामीणों ने दादी-पौत्री की हत्या की बात कही है, वहीं पुलिस अभी घटना की छानबीन करने में जुटी है।
मां की मौत के बाद बाबा-दादी के साथ रह रही थी
नटर्रा गांव निवासी करीब 70 वर्षीय बृज लाल के दो पुत्र हैं। बड़ा पुत्र 45 वर्षीय रामदयाल गांव में परिवार के साथ अलग रहता है। दूसरा पुत्र 42 वर्षीय तुलसीदास अपने पुत्र के साथ दिल्ली में रहकर मजदूरी करता है। तीन साल पहले उसकी पत्नी की मौत के बाद 17 वर्षीय पुत्री गांव में बाबा-दादी के साथ रह रही थी। गांव में बृजलाल के दो मकान हैं और शुक्रवार की रात वह दूसरे मकान में सोने चला गया था।
दूसर मकान में सोने गए थे बाबा
गांव के मकान में बृजलाल की पत्नी 65 वर्षीय दयारानी और उसकी पौत्री सो रही थी। शनिवार सुबह बृजलाल आया तो दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज देने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसे शंका हुई। दूसरे के मकान की छत से घर के अंदर जाकर देखा तो दरवाजे के कुंडे पर पौत्री का शव फंदे पर लटक रहा था और मृत अवस्था में दायारानी चारपाई पर पड़ी मिली। उसने सुबह करीब आठ बजे पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने पृथम दृष्टया जांच में हत्या का मामला बताया है।
छानबीन के दौरान मकान की छत पर मिट्टी में पैरों के निशान मिले हैं, जिसके बारे में पुलिस पता लगा रही है। एएसपी वीरेंद्र सिंह, सीओ कुलपहाड़ अवध प्रताप सिंह ने घटनास्थल पर पहुंचकर पड़ताल की और फाॅरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य एकत्र किए हैं।