इस गैंग का मुख्य आरोपी देवराज सिंह अभी भी लापता है, वहीं जिन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है वह धर्मेंद्र सिंह, राजेश रैकवार, हेमराज कुर्मी और राजेश सिंह हैं। इस लोगों के पास से पुलिस ने तीन पिस्टल समेत काफी कारतूस बरामद किया है।
पुलिस के मुताबिक अभी भी इस घटना के कारण का पता लगाया जा रहा है। वैसे बता दें कि अगवा की गई लड़की को यह बदमाश कई ठिकानों पर भी ले गए थे। पुलिस के मुताबिक लड़की को दामोह, सागर, भोपाल, इंदौर, शिवपुरी भी ले जाया गया था।
बात दें कि रविवार को इन शातिर बदमाशों ने एक डायल 100 वैन को लूटा था। ना सिर्फ वैन को लूटा गया बल्कि इस वैन और पुलिस की वर्दी की मदद से बदमाशों ने लड़की को उसके घर से उठा लिया। लड़की को अगवा करने के लिए इन शातिरों ने एक ऐसी चाल चली कि परिवार वालों को शक भी नहीं हुआ।
पुलिस के मुताबिक जब पुलिस की डायल 100 वैन अमांगांग तहसील के नीचे बामूरहा गांव के पास एक उपद्रव को शांत करने निकली तो गाड़ी में कॉन्सटेबल प्रकाश मंडल समेत एक जवान सुभाष दुबे मौजूद थे। तभी रास्ते में उन्हें सड़क पर ही एक शख्स पड़ा दिखा। इसके बाद सुभाष गाड़ी से उतरकर उसे देखने गया। तभी जमीन पर पड़े शख्स ने उस पर बंदूक तान दी और उसके बाकी चार साथी भी वहां आ गए।
इसके बाद सभी ने वैन को अपने कब्जे में ले लिया और कॉन्सटेबल समेत जवान के हाथ पैर बांध दिए। इसके बाद देवराज के कुछ साथी लड़की के घर पहुंचे और उसके द्वारा लगाए गए शारीरिक शोषण के एक आरोप में उसके पिता को थाने चलने के लिए दबाव डालने लगे।
लड़की के पिता ने कुछ संदेह महसूस किया तो बदमाशों ने उसकी बेटी को जबरदस्ती वैन में बैठा लिया। जिस देखकर लड़की के पिता और एक चाचा भी गाड़ी में बैठ गए। लेकिन कुछ दूर जाने के बाद ही बदमाशों ने लड़की के पिता और उसके चाचा को गाड़ी से उतार दिया और लड़की को लेकर चले गए। घटना को अंजाम देने के बाद उन्होंने पुलिस वैन और वर्दी भी लौटा दी।
इसके बाद लड़की को दूसरी गाड़ी में बैठकर पता नहीं उसके साथ क्या किया गया और कहां-कहां ले जाया गया। बहरहाल पुलिस गिरफ्त में आए चार बदमाशों से पुलिस पूछताछ कर रही है। इस घटना का मुख्य आरोपी देवराज एक हिस्ट्रीशीटर है और कई अपराधों में नामजद है, वहीं उस पर हत्या का भी एक मुकदमा चल रहा है।