उन्नाव मेें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि विचारणीय प्रश्न है कि अगर मोदी प्रधानमंत्री न होते तो क्या तीन तलाक कानून आता, अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण होता, समान नागरिकता कानून बनता, अगर यह कार्य और वंदे मातरम, भारत माता की जय बोलना या जयश्रीराम का नारा लगाना सांप्रदायिकता की श्रेणी में आते हैं तो मैं सांप्रदायिक हूं। उन्होंने कहा कि भाजपा वोट बैंक के लिए नहीं राष्ट्र निर्माण की राजनीति करती है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविवार को स्व. एमएलसी अजीत सिंह की पुण्यतिथि पर उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष शकुन सिंह एवं पुत्र शशांक शेखर सिंह द्वारा कब्बाखेड़ा स्थित एक रिसार्ट में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे।
भाजपा कभी त्रुष्टिकरण की राजनीति नहीं करती : स्वतंत्र देव ने पार्टी का नाम लिए बगैर सपा पर तंज कसते हुए कहा कि पहले की सरकार में प्रशासन भैंस ढूंढता था आज प्रशासनिक अधिकारियों को विकास कार्यों की ही चिंता है। उन्होंने कहा कि भाजपा किसी वर्ग विशेष को प्रसन्न करने, मुस्लिम तुष्टीकरण व वोट की राजनीति नहीं करती। हमारी सरकार सभी वर्ग के लिए समान रूप से काम कर रही है। जो भी योजनाएं संचालित की जा रही हैं वह भी सभी वर्गों के लिए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा वोट बैंक के लिए नहीं राष्ट्र निर्माण की राजनीति करती है। यही कारण है हमारे प्रधानमंत्री जब लंदन पहुंचते हैं तो वहां भी वंदे मातरम और भारत माता की जयकार गूंजती है। उन्होंने कहा कि देश सेवा और गरीब किसान की खुशहाली के लिए ही हमारे प्रधानमंत्री ने चार वर्ष में एक भी दिन अवकाश नहीं लिया।
केंद्र योजनाएं गिनाईं : उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार की कई जनकल्याणकारी योजनाएं गिनाते हुए कहा मोदी देश की खुशहाली के लिए काम कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने हर गांव को आदर्श गांव बनाने के लिए योजनाएं संचालित की हैं। आदर्श गांव बनाने के लिए ही स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी। क्योंकि किसी गांव की खुशहाली के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और आवागमन के सुलभ साधन होना जरूरी है। किसान जब समृद्ध होगा तो गांव में खुशहाली आएगी। इसके लिए किसान सम्मान निधि, कर्ज माफी, खाद, बीज में छूट और सिंचाई के साधनों ने वृद्धि करने का काम मोदी-योगी की सरकार में किया गया है।