नई दिल्ली: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही हैं। अब आतंकवाद को पनाह देने के आरोपों से बचने वाले पाकिस्तान को अमेरिका ने बड़ा झटका दिया है। अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद में बड़ी कटौती करते हुए उसे आईना दिखा दिया है कि उसने झूठ और फरेब के सिवाय कुछ नहीं किया।
ऑनलाइन मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक अमेरिका ने पाकिस्तान को दिए जाने वाले 255 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद रोक दी है। इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर पाक के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि पिछले 15 सालों से पाक को 33 अरब डॉलर की आर्थिक मदद की जा चुकी है लेकिन उसने इन पैसों का इस्तेमाल आतंकियों को पनाह देने के लिए किया है।
ट्विट के साथ ही ट्रंप ने इशारा दे दिया था कि वो आर्थिक मदद को रोक सकता है और ऐसा उन्होंने करके भी दिखा दिया। ट्रंप ने कहा कि वह हमारे शासकों को बेवकूफ समझता रहा है। आतंकियों को ढूंढ निकालने के लिए हम अफगानिस्तान की खाक छानते रहे और पाकिस्तान हमारी मदद करने के बजाय उन्हें सुरक्षित पनाहगाह देता रहा।
लेकिन अब और नहीं होगा। ट्वीट के जरिये ट्रंप ने अपने पूर्ववर्ती शासकों पर भी निशाना साधा है। ट्रंप ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि हम पाकिस्तान को अरबों डॉलर दे रहे हैं लेकिन हम जिन आतंकियों से मुकाबला कर रहे हैं उन्हें वह संरक्षण दिए हुए है। हमें यह नीति अब जल्द ही बदलनी होगी।
पाकिस्तान के लिए समाज, शासन और शांति के लिए किए अपने वादे को निभाने का वक्त आ गया है। दिसंबर में भी अमेरिकी रक्षा मंत्री माइक पेंस ने अफगानिस्तान के अचानक दौरे पर पाकिस्तान को चेतावनी दी थी और कहा था कि भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ वह अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के तहत आतंकियों का इस्तेमाल कर रहा है।