क्रिकेट की दुनिया में भारत और पाकिस्तान की प्रतिद्वंद्विता काफी पुरानी है। दोनों टीमें जब भी आमने-सामने होती हैं रोमांच अपने चरम पर होता है। हाल के दौर में जब-जब दोनों टीमों का सामना हुआ है, अधिकतर मौकों पर भारत ने ही बाजी मारी है। इंग्लैंड के बर्मिंघम में ये दोनों टीमें फिर भिड़ीं और रोमांचक मैच में भारत ने जीत हासिल की। ये मैच वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स का फाइनल मैच था जिसमें इंडिया चैंपियंस ने पाकिस्तान चैंपियंस को पांच विकेट से हरा दिया।
ये वो टूर्नामेंट था जिसमें इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने वाले क्रिकेटर खेल रहे थे। पाकिस्तान ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट खोकर 156 रन बनाए। इंडिया चैंपियंस ने टारगेट पांच गेंद पहले पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया।
रायडू की तूफानी पारी
इंडिया चैंपियंस को टारगेट तक पहुंचाने में अहम रोल निभाया सलामी बल्लेबाज अंबाती रायडू ने। रायडू ने 30 गेंदों पर पांच चौके और दो छक्कों की मदद से 50 रन बनाए। गुरकीरत सिंह मान ने 33 गेंदों पर 34 रनों की पारी खेली। अंत में युसूफ पठान ने 16 गेंदों पर तीन चौके और एक चौका मार 30 रन बनाते हुए भारत की जीत पक्की कर दी। कप्तान युवराज सिंह ने नाबाद 15 रन बनाकर पठान के काम को अंजाम तक पहुंचाया। युवराज ने अपनी पारी में 22 गेंदों का सामना किया। लेकिन हैरानी वाली बात ये रही कि उन्होंने एक भी चौका या छक्का नहीं मारा।
अनुरीत सिंह का जलवा
पाकिस्तान के कप्तान यूनिस खान ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। शरजील खान के रूप में पाकिस्तान ने अपना पहला विकेट खो दिया। उन्होंने 12 रन बनाए। शोएब मकसूद 21 रन बनाकर दूसरे विकेट के रूप में आउट हुए। पाकिस्तान चैंपियंस के बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की लेकिन उसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए। टीम के लिए सबसे ज्यादा रन शोएब मलिक ने बनाए। मलिक ने 36 गेंदों पर 41 रन बनाए। मिस्बाह उल हक 18 रन बनाकर रिटायर हर्ट हो गए। उन्हें मांसपेशियों में खिंचाव हो गया था जिसके कारण वह पारी पूरी नहीं कर पाए। आखिर में सोहेल तनवीर ने नौ गेंदों पर दो चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 19 रन बनाए हैं।
भारत की तरफ से अनुरीत सिंह ने तीन विकेट लिए। उन्होंने शरजील, मलिक और आमेर यमीन को अपना शिकार बनाया। विनय कुमार, पवन नेगी और इरफान पठान ने एक-एक विकेट लिए।