पाकिस्तान में बुधवार को हुए सीनेट चुनाव में वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख की हार से सत्तारूढ़ तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (PTI) को बड़ा झटका लगा है। शेख को पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने हरा दिया है। चुनाव में शेख की हार काफी मायने रखती है। उन्हें जिताने के लिए खुद प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी प्रचार किया था। शेख की हार से उत्साहित विपक्ष ने बुधवार को प्रधानमंत्री इमरान खान को ‘सम्मानजनक तरीके से इस्तीफा देने’ के लिए कहा।
सीनेट सीटों पर चुनाव के परिणाम के कुछ घंटों बाद, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि इमरान खान के पास सम्मान है तो उन्हें खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए। इमरान खान को आज अपना इस्तीफा सौंप देना चाहिए, क्योंकि उनके इस्तीफे की मांग केवल विपक्ष की मांग नहीं है बल्कि यह अब सरकार के सदस्यों की भी मांग बन गई है। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने सीनेट चुनाव में 18 सीटें हासिल की हैं।
पीपीपी अध्यक्ष ने कहा कि गिलानी की जीत देश में महंगाई और बेरोजगारी को लेकर लोगों की भावना को बताताी है । बिलावल ने गिलानी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में जरदारी हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इसके अलावा विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान सीनेट के चुनावों के बाद संसद से विश्वास मत हासिल करने का फैसला किया है।
पीएमएल-एन के अध्यक्ष और नेशनल असेंबली में विपक्षी नेता शहबाज शरीफ ने एक बयान में कहा कि गिलानी की जीत इमरान खान सरकार में सांसदों के अविश्वास को जताती है। लोगों और देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले बेनकाब हो गए हैं। इस बीच,गिलानी ने नवाज शरीफ, मौलाना फजलुर रहमान,मरियम नवाज सहित पीडीएम नेताओं को धन्यवाद दिया और कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इन नेताओं का आभार व्यक्त करने करेंगे।