आधिकारिक तौर पर अभी तक इस फायरिंग में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है । सेना के जवानों ने सीजफायर के उल्लंघन की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी है ।
गौरतलब है कि उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के उड़ी में सेना के 12 ब्रिगेड मुख्यालय पर जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन हमले में 18 जवान शहीद हो गए थेे । 18 जवान गंभीर रूप से जख्मी हैं। हमला सुबह लगभग चार बजे हुआ। सेना ने चार घंटे में ही चारों आतंकियों को मार गिराया। ये सभी पाकिस्तानी थे। उनके पास से पाकिस्तानी सामान भी बरामद हुआ है।
हमले के बाद बयान देते हुए सेना के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा था कि भारतीय सेना ऐसे आतंकी हमलों का जवाब देने में सक्षम है और सही वक्त आने पर अपने तरीके से जवाब देगी । वहीं सारे देश में भी हमले के बाद से पाकिस्तान और आतंकियों के विरोध में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं ।
उड़ी में हुए आतंकी हमले के बाद से ही सारे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं । सीमा से सटे इलाकों में सेना की ओर से चौकसी बढ़ा दी गई है ।