एक अमेरिकी थिंक टैंक के अनुसार पाकिस्तान बलूचिस्तान में एक भूमिगत गोदाम बना रहा है जिसमें परमाणु हथियार रखे जा सकते हैं। दी इंस्टिट्यूट फॉर साइंस एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी ने बुधवार को सैलेटलाइट तस्वीरों और जांच के बाद ये बयान जारी किया। संस्था के अनुसार पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत में बनाए जा रहे इस भूमिगत गोदाम में परमाणु हथियारों के साथ ही बैलेस्टिक मिसाइल भी रखी जा सकेगी। पाकिस्तान सरकार ने अभी तक आधिकारिक रूप से ऐसे किसी गोदाम को बनाने की घोषणा नहीं की है। अमेरिकी थिंक की रिपोर्ट डेविड एलब्राइट, सारा बर्कहार्ड, एलीसन लैच और फ्रैंस पैबियन ने लिखी है। इन लेखकों के अनुसार इसका मकसद परमाणु युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान को मजबूत बनाना हो सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी सेना परमाणु आयुध के इस्तेमाल के लिए मिसाइल के प्रयोग को सबसे मुफीद मानती है और इसलिए इस गोदाम के आकार-प्रकार को देख कर लगता है कि पाकिस्तान अपने परमाणु जखीरे का एक हिस्सा यहां रखने वाला है। बलूचिस्तान में लम्बे समय से एक धड़ा पाकिस्तान से आजादी की मांग उठाता रहा है। इसलिए इस इलाके में परमाणु हथियार रखना जोखिम भरा हो सकता है लेकिन पाकिस्तान की पहली प्राथमिकता इन हथियारों को पहाड़ों के बीच किसी ऐसी सुरक्षित जगह पर रखना होगा जहां भारत या अन्य पड़ोसी देशों की इन तक पहुंच मुश्किल हो।
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रिपोर्ट के अनुसार इस गोदाम में तीन अलग-अलग प्रवेश द्वार हैं। इस गोदाम में एक अलग से सपोर्ट एरिया भी है और इसका प्रवेश द्वार इतना बड़ा है कि दुनिया का सबसे बड़ा विमान भी इसके अंदर जा सकता है। साल 2012 तक इस परिसर की सुरक्षा सामान्य थी लेकिन हाल फिलहाल इसकी सुरक्षा काफी कड़ी कर दी गई है। इस परिसर में कम से कम एक जगह एक एंटी-एयरक्राफ्ट गन तैनात है। भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले एक साल से आतंकवादी घुसपैठ को लेकर तनातनी है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को मदद देने के आरोप पाकिस्तान पर लगातार लगते रहे हैं। हाल ही में पाकिस्तान में मौजूद कई आंतकवादियों को अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया है।