पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के दो कर्मियों को लंबी गिरफ्तारी के बाद रिहा कर दिया गया। इस्लामाबाद पुलिस की एफआईआर में यह दावा किया गया है कि भारतीय उच्चायोग के कर्मी जिस कार में यात्रा कर रहे थे, उसमें 10,000 रुपये के नकली पाकिस्तानी मुद्रा पाई गई थी।
1400 घंटे तक पूछताछ, गंदा पानी पिलाया
सूत्रों ने कहा कि लगभग 1400 घंटे तक उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान उनकी रॉड से पिटाई की गई। उन्हें गंदा पानी पिलाया गया। पूछताछ के दौरान उन्हें बार-बार यह धमकी दी गई कि इस तरह से उच्चायोग के अन्य सदस्यों के साथ भविष्य में भी व्यवहार किया जाएगा। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने यह कार्रवाई उस वक्त की है, जब अभी हाल में भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के दो अफसरों को गोपनीय दस्तावेज के साथ गिरफ्तार किया था और देश से बाहर निकाल दिया था। इसके कुछ दिन बाद पाकिस्तान की यह हरकत सामने आई है।
मेडिकल जांच में अब तक किसी तरह की जानलेवा चोटों का पता नहीं
दोनों कर्मियों को रात करीब 9 बजे भारतीय उच्चायोग को वापस सौंप दिया गया। यहां खास बात यह है कि उनकी मेडिकल जांच में अब तक किसी तरह की जानलेवा चोटों का पता नहीं चला है। पाकिस्तान ने मारपीट की बात को कबूल नहीं किया है, जबकि दोनों कर्मचारियों के गर्दन, चेहरे और जांघों पर व्यापक चोट के निशान थे। उनकी चोट यह बताती है कि उनके साथ जबरदस्त रूप से मारपीट की गई है।