नई दिल्ली : सीमा पर आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने और लगातार भारतीय सैनिकों को अपना निशाना बनाने पर मुंहतोड़ जवाब मिलने के बाद पाकिस्तान अब बैकफुट पर आ गया है।
शुक्रवार को पाकिस्तान की संसद में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और पीएम नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि अब वे भारत से बातचीत को बढ़ावा देंगे।
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने यह भी कहा ‘अगर युद्ध छिड़ता है तो भारत को भयानक परिणाम भुगतने होंगे। अगर हमारा एक सैनिक मारा जाएगा तो बदले में हम 3 भारतीय सैनिकों को मार गिराएंगे।’ आसिफ ने कहा कि भारत युद्ध की स्थिति में नहीं है।
पाकिस्तानी अखबार ‘द डॉन’ के मुताबिक दोनों ने संसद में बताया कि पाकिस्तानी सरकार पहले ही सीमा पर भारतीय कार्रवाई का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में ले जा चुकी है। इसके अलावा कई और देशों से भी भारत पर अंकुश लगाने के लिए दबाव बनाने को मदद मांगी जा चुकी है। कुछ सांसदों ने सरकार को भारत के खिलाफ सख्त कदम न उठाने की सलाह भी दी। उनके मुताबिक इससे भारत की मोदी सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ आवाज बुलंद करने का मौका मिलेगा।
संसद में अपने आठ मिनट के भाषण में सरताज अजीज ने कहा ‘हम भारत से बातचीत को तैयार है अगर इसके अजेंडा में कश्मीर का मुद्दा शामिल हो। भारतीय सेना ने LoC पर अंबुलेंस को निशाना बनाकर सभी अंतरराष्ट्रीय नियमों को ताक पर रख दिया। इस हमले में 11 लोगों की जान चली गई, और तनाव भी बढ़ा।’
हालांकि पाकिस्तान ने एक बार फिर हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को एक बार फिर स्वतंत्रता सेनानी बताया। अजीज ने संसद में कहा, ‘भारत दुनिया का ध्यान कश्मीर मुद्दे से भटकाना चाहता है, जहां स्वतंत्रता सेनानी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद स्थितियां बिगड़ती जा रही हैं।’
अजीज ने कहा, ‘हमने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांचों स्थायी सदस्यों के साथ मीटिंग की और उनकी सरकारों को चिट्ठी लिख बताया कि भारत सभी अंतरराष्टीय कानून तोड़ रहा है और कश्मीर-एलओसी पर मासूम लोगों की जान ले रहा है। इसका पूरी दुनिया को विरोध करना चाहिए।’