चीन के बाद नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को मिला रूस का सहारा
बाजवा ने कहा कि वो सैन्य सहायता को बहाल करने की मांग नहीं करेंगे। हमें उसकी जरुरत नहीं है लेकिन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उन्हें एक सम्माननीय मान्यता चाहिए। इस हफ्ते दो बार यूएस सेंट्रल कमांड के हेड जनरल जोसेफ एल वोटल और एक अमेरिकी सीनेटर ने बाजवा को दो बार फोन किया।
बाजवा ने एक बयान में कहा- सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने इस बात को दोहराया है कि पाकिस्तान मदद बहाली की मांग नहीं करेगा, लेकिन यह उम्मीद करता है कि क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता के लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमारे योगदान, बलिदान और संकल्प को सम्मान सहित स्वीकार किया जाए।
बाजवा ने बयान में यह भी कहा कि पाकिस्तान खुद को बलि का बकरा बनाए जाने के बावजूद भी पड़ोसी देश अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने की पहल का समर्थन करता रहेगा। हाल ही में अमेरिकी राष्टपति ने पाकिस्तान पर आतंकवाद के नाम पर धोखा देने और झूठ बोलने की वजह से बिलियन डॉलर की सहायता राशि को रोक दिया था।