सरकारी सुरक्षा के गैर हक़दार लोगों पर पाकिस्तानी सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए उनकी सुरक्षा में कटौती करने का फैसला लिया है. आकड़ों की माने तो पाकिस्तानी प्रशासन में गैर-हकदार शख्सियतों की सुरक्षा में कुल 13 हजार 600 पुलिसकर्मियों को लगाया गया है जिन्हे अब सरकार ने वापस बुला लिया है. ऐसे गैर हक़दारो की सूची में पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ सहित कई राजनेता शामिल हैं.
पाकिस्तान के चीफ जस्टिस मियां साकिब निसार ने 19 अप्रैल को सभी प्रांतों के पुलिस प्रमुखों को यह आदेश दिया था कि ऐसे प्रभावशाली लेकिन गैर-हकदार शख्सियतों को मिली सुरक्षा 24 घंटे में वापस ली जाए. इस हुक्म की तमिल करते हुए सुरक्षा वापस ले ली गई है. अदालत के इस हुक्म पर प्रतिक्रियाएँ भी शुरू हो गई है. इस फैसले के बाद नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने कहा है कि अगर उनके पिता को कोई भी नुकसान पहुंचता है तो इसके लिए चीफ जस्टिस जिम्मेदार होंगे.
सूत्रों के मुताबिक संघीय और प्रांतीय सरकारों के इस कदम से कई राजनेताओं पर असर पड़ेगा जिनमें नवाज शरीफ, पूर्व गृह मंत्री आफताब शेरपाओ, जमियत उलेमा-ए-इस्लाम फज़ल के मुखिया मौलाना फजलुर रहमान, आवामी नैशनल पार्टी प्रमुख असफंदीयार वाली खान सहित पुलिस अधिकारी, पत्रकार, नौकरशाह, विदेशी और जज शामिल हैं.
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