स्याही फेंकने वाले शख्स ने आरोप लगाया कि आसिफ ने पैगंबर मोहम्मद के इस्लाम के अंतिम नबी होने की मान्यता को संविधान से बदलने की कोशिश की है, जिसकी वजह से उसकी भावनाएं आहत हुई हैं। स्याही फेंकने की घटना के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने संदिग्ध शख्स की पिटाई कर दी और उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
हालांकि आसिफ ने चेहरा धोने के बाद अपना भाषण पूरा किया। उन्होंने कहा कि मैं स्याही फेंकने वाले शख्स को नहीं जानता। यह उनके विरोधियों की साजिश है। आसिफ ने कहा कि मैं इस शख्स को माफ करता हूं और पुलिस से कहूंगा कि इस शख्स को छोड़ दे। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से उनकी राजनीति पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
हालांकि बाद में स्याही फेंकने वाले शख्स की पहचान फैज रसूल के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि रसूल का किसी पार्टी से संबंध नहीं है। चूंकि आसिफ कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते इसलिए पुलिस जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने बाद रसूल को छोड़ देगी।