हाइड्रेशन और कूलिंग एफेक्ट
शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी की जरूरत होती है, खासकर गर्मी के दिनों में। पानी शरीर की कई प्रक्रियाओं में मदद करता है, जैसे शरीर में न्यूट्रिएंट्स को पहुंचाता है, डाइजेस्टिव सिस्टम में सहायक होता है, शरीर से बेकार पदार्थों और टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है।
यदि आप बर्फ का टुकड़ा खाते हैं, तो भी शरीर को ये ही लाभ होंगे। बर्फ आपके शरीर के तापमान को भी काम करता है। भीषण गर्मी में एक बर्फ का टुकड़ा चबाने से ठंडक का अहसास होता है। वर्कआउट के दौरान इसके सेवन से शरीर हाइड्रेट व कूल रहता है।
पेट को दे आराम
जिन लोगों को उल्टी या उबकाई महसूस हो, उन्हें भी बर्फ का एक टुकड़ा चबाकर देखना चाहिए। अमेरिका स्थित नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन मेडलाइनप्लस के अनुसार, कैंसर से ग्रस्त मरीजों को फ्लेवर्ड आइस क्यूब्स का सेवन करना चाहिए। इससे इलाज के दौरान मिचली और उल्टी जैसा महसूस नहीं होता है। फ्रोजन आइस क्यूब्स लो शुगर सेब या अंगूर के रस से बने होते हैं। ये शरीर को हेल्दी न्यूट्रिएंट्स देने के साथ ही पेट को आराम भी पहुंचाते हैं।
त्वचा का साथी
चेहरे पर चमक लानी है, तो बर्फ लगाकर देखिए। इससे डार्क सर्कल, मुहासे, दाग-धब्बे आदि भी दूर होते हैं। चेहरा हमेशा तरोताजा बना रहता है। हालांकि, बर्फ को डायरेक्ट त्वचा पर न लगाएं। एक मुलायम कपड़े में बर्फ को लपेट लें। इसे पूरे चेहरे पर घुमाते हुए गर्दन तक ले जाएं। डायरेक्ट बर्फ लगाने से त्वचा लाल हो सकती है।
खुश रहने के लिए भी
जब आप आइसक्रीम खाते हैं, तो इससे मस्तिष्क की ऑर्बिटोफ्रंटल कॉर्टेक्स उत्तेजित होता है। इससे मस्तिष्क खुशी महसूस करता है। लंदन में स्थिति इंस्टीट्यूट ऑफ साइकाइट्री न्यूरोसाइंटिस्ट द्वारा इस बात को साबित किया गया है। ऐसे में यदि आइसक्रीम आपको खुश करती है, तो आप बर्फ से भरा पानी का गिलास या एक टुकड़ा भी खा सकते हैं। कांटा चुभने पर बर्फ लागकर, उस हिस्से को सुन्न कर लें। बिना दर्द के कांटा आसानी से निकल जाएगा। जले हुए स्थान पर बर्फ लगाने से जलन शांत होती है।
विशेषज्ञ कहते हैं…
फिजिशियन डॉ. पुलिन कुमार गुप्ता के अनुसार शरीर में कहीं भी दर्द होने पर अक्सर लोग बिना डॉक्टर से संपर्क किए पेनकिलर खा लेते हैं। इसके साइड एफेक्ट भी हो सकते हैं। इससे बचने के लिए बर्फ से सिकाई करना बेहतर इलाज है। सूजन हो या फिर जोड़ों, एडि़यों या फिर मांसपेशियों में दर्द हो, तो बर्फ की सिकाई करने से आराम मिलता है।
जोड़ों में दर्द या फिर सूजन कई बार अधिक काम या मांसपेशियों में खिंचाव से भी होता है। ऐसे में दर्द वाली जगह पर बर्फ को कपड़े में लपेटकर सिकाई करें। कभी-कभी बर्फ के पानी से स्नान करना चाहिए। बर्फ के पानी से स्नान करने वाले लोगों में गर्म पानी से स्नान करने वाले लोगों की तुलना में सर्दी-जुकाम की शिकायत भी बहुत कम होती है। –