लखनऊ , 6 अक्टूबर ()। पारा डकैती व गैंगरेप काण्ड में पुलिस ने बुधवार को चार संदिग्धों के खून के नमूने फारेंसिक जांच के लिए भेजे हैं। अगर फारेंसिक जांच में खून के नमूने पीडि़ता के कपड़े व शरीर से मिले नूमनों से मेल खा जाते हैं तो यह तय हो जायेगा कि चारों संदिग्ध इस वारदात में शामिल थे। फिलहाल इसके अलावा अभी तक इस सनसनीखेज वारदात में पुलिस व एसटीएफ के हाथ कोई अहम सुराग नहीं लग सका है। एसओ पारा अनुराग मिश्र ने बताया कि अभी तक इस वारदात में छानबीन के दौरान पुलिस को बदालपुर गांव के रहने वाले चार युवकों पर शक है। पुलिस ने उन चोरों से कई चक्र पूछताछ की है पर उन्होंने वारदात में शामिल होने की बात से अब तक इंकार किया है। पुलिस ने अपना शक दूर करने के लिए बुधवार को चोरों के खून के नमूने फारेंसिक जांच के लिए भेजा है। पुलिस पहले ही पीडि़त के कपड़े व शरीर से लिये गये नूमनों को जांच के लिए भेज चुकी है। अगर चारों युवकों के भेजे गये नूमने पीडि़ता के भेज गये नूमनों से मेल खा जाते हैं तो यह बात तय हो जायेगी कि वारदात मेें चारों युवक शामिल थे। अगर नूमने मेल नहीं खाते हैं तो चोरों युवकों की इस घटना में कोई संलिप्ता नहीं हो गयी। एसओ पारा ने बताया कि इस अलावा भी पुलिस के लोग सलेमपुर पतौरा व उसके आसपास के गांव में ढेरा डाले हैं और शराबियों व जुआरियों के बारे मेें ब्यौरा जुटाया जा रहा है। वहीं सर्विलांस सेल व एसटीएफ की टीम ने इस घटना को लेकर सर्विलांस की मदद से काफी कुछ खोजने की कोशिश की पर कोई सफलता नहीं मिली। वारदात में शामिल बदमाशों ने शायद मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं किया था। ज्ञात हो कि बीते 26 सितम्बर की देर रात पारा के सलेमपुर पतौरा गांव में रहने वाले एक बढ़ई के घर असलहों से लैस बदमाशों ने डकैती डाली थी। इस दौरान बदमाश बढ़ई की 11 साल की बेटी को अगवा गैंगरेप किया था।
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