गाजियाबाद प्रशासन ने दिल्ली-यूपी (गाजीपुर) बॉर्डर क्षेत्रों में लॉकडाउन-2 जैसे नियम लागू कर दिया है, जिससे दिल्ली से गाजियाबाद के बीच आने जाने वालों की परेशानी बढ़ गई है। मंगलवार सुबह इस बाबत नजारा दिखाई देने लगा है। गाजीपुर बॉर्डर पर वाहन चालकों की लंबी-लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गई हैं। 
पुलिस प्रशासन से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी पास देखकर ही लोगों को दिल्ली जाने दे रहे हैं, इस वजह से लंबा जाम लगा हुआ है। इसी के साथ बॉर्डर पर प्रत्येक वाहन चालक की थर्मल स्क्रीनिंग भी हो रही है, जिससे जाम लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
इस बीच गाजियाबाद से दिल्ली जा रही पारुल भाटी (Parul Bhati) का कहना है कि वह केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (Central Board of Indirect Taxes & Customs) काम करती हैं। मैंने अपना पास भी दिखाया, लेकिन मुझे जाने नहीं दिया जा रहा है।

गौरतलब है कि गाजियाबाद प्रशासन ने बॉर्डर क्षेत्रों में लॉकडाउन दो जैसे नियम लागू कर दिया है, जिससे दिल्ली से गाजियाबाद के बीच आने जाने वालों की परेशानी बढ़ गई है। दरअसल, डीएम अजय शंकर पांडेय ने सोमवार की रात 12 बजे से दिल्ली-उप्र की सीमाओं को लॉकडाउन के दूसरे चरण की तरह ही सील करने का फरमान सुना दिया था।

इसके साथ ही पुलिस ने इतनी सख्ती कर दी कि सुबह ड्यूटी, इलाज या फिर खरीदारी के साथ अन्य कार्यों के लिए दिल्ली गए गाजियाबाद के लोगों को शाम को घर आने के लिए भी यूपी सीमा में प्रवेश बमुश्किल मिल सका। बॉर्डर खुली होने के कारण सोमवार को दिल्ली-ट्रांस हिंडन के बीच काफी लोगों की आवाजाही हुई। साथ ही दिल्ली में काम करने वाले गाजियाबाद निवासी सामान्य तरीके से काम पर गए। जैसे ही उन्हें पता चला कि रात 12 बजे से सीमाएं दोबारा सील होंगी, तो वे आननफानन में लौटने लगे। इससे दोपहर बाद से ही गाजियाबाद-दिल्ली की सीमाओं- यूपी गेट, भोपुरा, शालीमार गार्डन, डीएलएफ आदि पर वाहनों का दबाव बढ़ गया। शाम पांच बजे के बाद तो सीमाओं पर वाहनों की संख्या इस कदर बढ़ गई कि ट्रैफिक थम-सा गया और जाम की स्थिति बन गई।
खास बात यह कि आमलोग एवं कार्यालय जानेवालों को ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्यकर्मियों को भी शहर में घुसने नहीं दिया जा रहा था। जो लोग आइकार्ड या पास साथ में रखना भूल गए थे, उन्हें ज्यादा परेशानियां झेलनी पड़ीं। कई जगह आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों की मदद से पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों से शिकायत की गई, उसके बाद लोगों को शहर में प्रवेश करने दिया गया। हालांकि, बॉर्डर सील करने के आदेश पर डीएम का कहना है कि जिले में पिछले कुछ दिनों में कोरोना पॉजिटिव मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इनमें बड़ा हिस्सा गाजियाबाद-दिल्ली के बीच आवागमन करने वालों से संबंधित है। इसलिए जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी की संस्तुति के आधार पर जिला प्रशासन ने दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर को पूर्व की तरह सील करने का निर्णय लिया है। व
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