पिछले हफ्ते शेयर मार्केट में काफी नाटकीय उतार-चढ़ाव वाला रहा। एग्जिट पोल के बाद सेसेंक्स और निफ्टी में जबरदस्त उछाल आया। लेकिन, जब लोकसभा चुनाव के असली नतीजे तो वे एग्जिट पोल से मेल नहीं खाए। लिहाजा, शेयर मार्केट में भूचाल आ गया। निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डूब गए। हालांकि, राहत की बात यह रही कि कुल मिलाकर कारोबारी हफ्ता बढ़त के साथ बंद हुआ। निवेशकों के नुकसान की भरपाई भी हो गई।
इस हफ्ते किन फैक्टर पर रहेगी नजर?
- मोदी सरकार की वापसी का संकेत मिलने के बाद शेयर मार्केट ने गिरावट की भरपाई की थी। अब पीएम नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के बाद बाजार में फिर तेजी का दौर देखने को मिल सकता है।
- शेयर मार्केट के मंत्रालय के बंटवारे पर भी नजर रहेगी। बीजेपी अपने गठबंधन सहयोगियों को कौन-से मंत्रालय देती है। बाजार उस पर भी अपनी प्रतिक्रिया दे सकता है।
- 12 जून को औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी होंगे। फिर महंगाई से जुड़े डेटा भी आएंगे। 14 जून को आयात-निर्यात का आंकड़ा सामने आएगा। बाजार इन पर भी प्रतक्रिया दे सकता है।
- फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक के नतीजे शुक्रवार को सामने आएंगे। विदेशी निवेशकों के साथ भारतीय इन्वेस्टर्स की भी मीटिंग पर नजर रहेगी कि ब्याज दरों में कटौती पर क्या फैसला होता है।
पिछले हफ्ते कैसा रहा मार्केट का हाल?
पिछले हफ्ते साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स 3.7 फीसदी के फायदे में रहा। वहीं, निफ्टी 3.4 फीसदी मजबूत होकर बंद हुआ। सप्ताह के अंतिम दिन यानी शुक्रवार को आरबीआई ने अपनी मौद्रिक नीति का एलान किया और उस फैसले से शेयर मार्केट खुशी से झूम गया। सेंसेक्स 1,618.85 अंक (2.16 फीसदी) और एनएसई निफ्टी 468.75 अंक (2.05 फीसदी) मजबूत होकर 23,290.15 अंक पर बंद हुआ।