त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सोमवार की सुबह मतदान केंद्रों का जायजा लेने निकलीं एसडीएम की आंखें नम थीं और मन भावुक था। लेकिन, पंचायत चुनाव की कमान संभाले एसडीएम सभी केंद्रों का बारी बारी जायजा ले रही थीं। उनकी पीड़ा जिसे भी पता चली, उसने ही उनके फर्ज निभाने के जज़्बे को सलाम किया। इतना ही नहीं डीएम और एसपी ने भी उन्हें ढांढस बंधाते हुए कर्तव्य निर्वहन की सराहना की।
कानपुर देहात जिले की भोगनीपुर तहसील की एसडीएम दीपावली भार्गव के पिता की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर शनिवार की शाम कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार की सुबह उनकी मौत हो गई थी और देर शाम को कोविड प्रोटोकाल के तहत उनका अंतिम संस्कार किया गया। पिता की मौत की जानकारी होते ही एसडीएम गमगीन हो गईं, उनकी सामने कर्तव्य और फर्ज सामने आ खड़े हुए। जनपद की बड़ी तहसीलों में एक भोगनीपुर क्षेत्र में पंचायत चुनाव की कमान संभाल रहीं एसडीएम ने फर्ज को प्राथमिकता दी।
देर शाम पोलिंग पार्टियों की रवानगी से लेकर मतदान केंद्रों में व्यवस्था दुरुस्त कराने में जुटी रहीं। सुबह होने पर पर वह फिर मतदान केंद्रों के दौरे पर निकल पड़ीं और अवकाश स्वीकृत होने पर भी उन्होंने ड्यूटी को प्रमुखता दी। दिल मजबूत किया और सुबह से चुनाव ड्यूटी में डट गईं। इस दौरान डीएम और एसपी भी पहुंचे और मतदान केंद्र पर उन्हें ड्यूटी पर देखकर ढांढस बंधाया और सराहना की। इसके बाद जिसे भी घटनाक्रम की जानकारी हुई उसने एसडीएम के जज़्बे को सलाम किया। पिता की मौत का सदमा और दुख होने के बाद भी एसडीएम ने ड्यूटी के लिए मिसाल पेश की है। उन्हें देखकर अधिकारी व कर्मचारी भी उनकी तारीफ करते रहे।