जिले के भिलंगना ब्लॉक के पांच गांवों के ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज सबुह साढ़े नौ बजे बात की। टिहरी के एक लाभार्थी ने पीएम नरेंद्र मोदी से संवाद के दौरान कहा कि लोगों को एक फोटोकॉपी करवाने के लिए 50 किमी दूर जाना पड़ता था, जिसके लिए आने-जाने में 500 रुपये खर्च होते थे। अब बिजली आने से मेरा खुद का फोटोकॉपी सेंटर हैं। मैं एक रुपये में फोटोकापी करता हूं।
मरवाड़ी गांव के रामचंद्र बिष्ट ने प्रधानमंत्री को बताया कि बिजली आने से उनके गांव में अब क्या फायदा हो रहा है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि टिहरी से तो बिजली निकलती है, तो इतने समय बाद कैसे गांव में बिजली पहुंची। जिसे सुनकर ग्रामीण हंसने लगे।
रामचंद्र बिष्ट ने बताया कि पंडित दीन दयाल ज्योति योजना के तहत पांच गावों में 2016 में बिजली पहुंचाई गई थी। बैंक मित्र के रूप में काम कर रहा हूं। पहले लोगों को कैश निकालने के लिए कई किमी दूर जाना पड़ता था। फोटोकापी के लिए भी 50 किमी दूर जाना पड़ता था, लेकिन अब मेरे पास फोटाकॉपी मशीन है और गांव में ही लोगों को कैश और फोटाकॉपी की सुविधा मिल रही है। प्रधानमंत्री से बात करने वालों में मेड, मरवाड़ी, ऊर्णी, पिंसवाड़ और गेंवाली के लोग शामिल थे। हालांकि, मरवाड़ी के रामचंद्र बिष्ट से ही मोदी बात कर पाए।
सौभाग्य योजना को 28 अप्रैल 2018 को लांच किया गया था, जिसे पीएम मोदी ऐतिहासिक दिन करार दिया। सौभाग्य योजना के तहत 31 दिसंबर 2019 तक देश के तहत गरीबों खासकर बीपीएल को निश्शुल्क बिजली कनेक्शन दिए जाने का वादा किया गया है। कनेक्शन के साथ एक किट भी दी जा रही है जिसमें एक एलईडी बल्ब, मीटर, सर्विस कनेक्शन, सॉकेट और स्विच दिए जाते हैं।
दिसंबर 2018 तक उत्तराखंड के हर घर तक पहुंचाएंगे बिजली
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देश के 18000 से ज्यादा गांवों में वर्षों से अंधेरा था, वहां आजादी के 70 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष प्रयासों से बिजली पहुंची है। उत्तराखंड के टिहरी जिले के लाभार्थियों ने ग्रामीण विद्युतीकरण के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त किया। कहा उत्तराखंड में भी हमारी सरकार ने पहली बार 72 गांवों तक बिजली पहुंचाई है। दिसंबर 2018 तक उत्तराखंड के हर घर तक बिजली पहुंचाने के प्रयास में हम सफल होंगे।