प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को विश्व धरोहर समिति (डब्ल्यूएचसी) के 46वें सत्र का उद्घाटन करने वाले हैं। यह यूनेस्को का एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसकी मेजबानी भारत पहली बार 21 से 31 जुलाई तक कर रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि यूनेस्को के महानिदेशक आड्रे अजोले भी भारत मंडपम में उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी सभा को संबोधित करेंगे।
150 से अधिक देशों के दो हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे
बैठक में 150 से अधिक देशों के दो हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। 11 दिनों तक चलने वाले सत्र के दौरान यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में नए स्थलों को नामांकित करने के प्रस्तावों, 124 मौजूदा विश्व धरोहर संपत्तियों की संरक्षण रिपोर्ट की स्थिति, अंतरराष्ट्रीय सहायता और विश्व धरोहर निधि के उपयोग सहित अन्य पर चर्चा की जाएगी।
अब तक 350 से अधिक कलाकृतियां वापस आईं
विश्व धरोहर समिति की बैठक के साथ-साथ विश्व धरोहर युवा पेशेवरों का मंच और विश्व धरोहर स्थल प्रबंधकों का मंच भी आयोजित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, भारत मंडपम में भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न प्रदर्शनियां भी लगाई जाएंगी। रिटर्न ऑफ ट्रेजर्स प्रदर्शनी देश में वापस लाई गई कुछ कलाकृतियों को प्रदर्शित करेगी। अब तक 350 से अधिक कलाकृतियां वापस लाई जा चुकी हैं।
इसके अतिरिक्त, भारत के 3 विश्व धरोहर स्थलों- रानी की वाव, पाटन, गुजरात; कैलासा मंदिर, एलोरा गुफाएं, महाराष्ट्र; और होयसला मंदिर, हलेबिड, कर्नाटक के लिए नवीनतम एआर और वीआर तकनीकों का उपयोग करके एक भावपूर्ण अनुभव प्रदान किया जाएगा।
साथ ही, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, सदियों पुरानी सभ्यता, भौगोलिक विविधता, पर्यटन स्थलों के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में आधुनिक विकास को रेखांकित करने के लिए एक ‘अतुल्य भारत’ प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
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