आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की नो टॉलरेंस पॉलिसी से पाकिस्तान पूरी तरह बौखला उठा है। दरअसल, भारत अब न सिर्फ अपने देश में आतंकियों का सफाया कर रहा है बल्कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बैठे आतंकियों का भी सफाया करने में जुटा है।
कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारने से नहीं हिचकिचाएंगे। वहीं, पिछले कुछ दिनों के भीतर पाकिस्तान में कई आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया गया।
हालांकि,इन आतंकियों की हत्या किसने की है, इसबात की जानकारी पाकिस्तान सरकार के पास नहीं है। पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत के खुफिया एजेंसी यानी RAW के एजेंट्स पाकिस्तान की धरती पर आतंकियों को निशाना बना रहे हैं।
दोनों देश बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलाझाएं: अमेरिका
पाकिस्तान के जरिए लगाए जा रहे इस आरोप पर अमेरिका ने भी प्रतिक्रिया दी है। हालांकि, अमेरिका ने जो कहा है वो पड़ोसी मुल्क को पसंद नहीं आई होगी। घर में घुसकर मारेंगे वाले बयान पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, “जैसा कि मैंने पहले कहा है, अमेरिका पाकिस्तान और भारत के बीच में नहीं आने वाला है। दोनों देश बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलाझाएं।”
जब मिलर से पूछा गया कि खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून की कथित हत्या की साजिश को लेकर अमेरिका ने भारत पर कोई प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया है, तो मिलर ने कहा, “मैं कभी भी किसी भी प्रतिबंध की कार्रवाई का पूर्वावलोकन नहीं करने जा रहा हूं। अमेरिका प्रतिबंधों के बारे खुलकर चर्चा नहीं करता।”
पाकिस्तान ने क्या लगाए आरोप?
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान के नागरिकों को मनमाने ढंग से आतंकवादी करार देना और सजा देने का दावा करना साबित करता है कि वो दोषी हैं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए यह जरूरी है कि वह भारत को उसकी गैरकानूनी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार ठहराए।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने द गार्जियन में छपी रिपोर्ट और पाकिस्तान के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है।
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