नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच जारी सियासी तनातनी के बावजूद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगी।
30 मई को राष्ट्रपति भवन में होने वाले इस समारोह में शामिल होने के संबंध में ममता बनर्जी का कहना है कि यह संवैधानिक समारोह है इसलिए वह इसमें शामिल हो रही हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली थी। दोनों दलों के नेताओं ने कई विवादास्पद बयान दिए और एक.दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी लगाए थे।
ऐसे में माना जा रहा था कि ममता शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 30 मई को शाम 7 बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। गौरतलब है कि मोदी भाजपा के ऐसे पहले नेता हैं जिन्हें प्रधानमंत्री के रूप में पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार इस शीर्ष पद के लिए चुना गया है।
साथ ही जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद मोदी पूर्ण बहुमत के साथ लगातार दूसरी बार सत्ता में पहुंचने वाले तीसरे प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। 2014 में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में दक्षेस देशों के शासनाध्यक्षों को आमंत्रित किया गया था। इसमें तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के तौर पर नवाज शरीफ शामिल हुए थे।