नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के चित्तौडग़ढ़ में रैली को संबोधित करते हुए श्रीलंका में हुए भयावह विस्फोटों की निंदा की। इस संबंध में वहां के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से फोन पर बात की। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के साथ अपनी बातचीत के दौरान मोदी ने धार्मिक स्थलों समेत कई जगहों पर हुए सिलसिलेवार धमाकों की कड़े शब्दों में निंदा की।
हमलों को निर्मम और पूर्व नियोजित बर्बर कृत्य करार देते हुए मोदी ने कहा कि यह हमले एक बार फिर इस क्षेत्र और समूची दुनिया में आतंकवाद द्वारा मानवता के सामने रखी गई गंभीर चुनौती को दर्शाते हैं। बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने एक बार फिर आतंकवाद जैसी चुनौतियों से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये श्रीलंका को हरसंभव मदद और सहायता देने की पेशकश की है।
उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की और इलाज में जरूरी सहायता में मदद की पेशकश की। धमाकों की निंदा करते हुए मोदी ने कहा कि क्षेत्र में बर्बरता की कोई जगह नहीं है और भारत इस द्वीपीय राष्ट्र की जनता के साथ है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया श्रीलंका में हुए भयावह विस्फोटों की निंदा करता हूं। हमारे क्षेत्र में इस प्रकार की बर्बरता के लिए कोई स्थान नहीं है।
मोदी ने कहा मारे गए लोगों के परिजन के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं तथा घायलों के लिए हमारी प्रार्थनाएं हैं। मोदी ने बाद में राजस्थान के चित्तौडग़ढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा श्रीलंका में आतंकवादियों द्वारा कई निर्दोष लोगों की हत्या कर दी गई। उस समय वे चर्च में प्रार्थना कर रहे थे और ईस्टर मना रहे थे। आतंकवादियों ने बच्चों और महिलाओं समेत कई लोगों की जान ले ली। मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा भारत श्रीलंका के साथ खड़ा है और संकट की इस घड़ी में उसकी हर मदद के लिये तैयार है।