कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में गिने जाने वाले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख किसी पहचान के मोहताज नही थे. 26 मई 1945 को जन्मे विलासराव देशमुख का राजनीतिक करियर काफी शानदार रहा है. विलासराव ने राजनीति में एक छोटे से पद से शुरुआत की थी, इसके बाद वे आगे बढ़ते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनें. उन्होंने 8 साल तक महाराष्ट्र की सत्ता संभाली. विलासराव ने काफी कम उम्र में ही राजनीति को चुन लिया था, 29 वर्ष की उम्र में वे बाभलगांव के सरपंच बने और उसके बाद पंचायत समिति के सभापति.
राजनीति के सबसे छोटे से पद से अपना सफर शुरू करने वाले देशमुख लगातार राजनीति में नई ऊंचाइयों को छूते गए. आगे वे जिला परिषद के अध्यक्ष चुने गए. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. धीरे-धीरे वे कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की सूची में शामिल होते गए. बता दे कि विलासराव को राजनीति विरासत में ही मिल गई थी, उनके पिता दगडोजीराव खुद सरपंच और एक कट्टर कांग्रेसी थे. साल 1999 में विलासराव ने वह दिन देखा जो सियासत में काफी कम लोगों को नसीब होता है. 1999 में वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री चुने गए. वे 2 बार महाराष्ट्र के सीएम के रूप में चुने गए. बता दे कि इस दौरान बीच में एक बार उन्होंने सीएम पद छोड़ भी दिया था.
विलासराव देशमुख का जन्मस्थल महाराष्ट्र का लातूर है, साथ ही यहीं उनका चुनावी क्षेत्र भी था. महाराष्ट्र की राजनीति के साथ ही भारतीय राजनीति में अपना गहरा योगदान देने वाले विलासराव का 14 अगस्त 1912 को आज से ठीक 6 साल पहले बीमारी के चलते निधन हो गया था. निधन के बाद आज भी उनकी गिनती दिग्गज नेताओं में होती है. महाराष्ट्र की राजनीति में अपनी गहरी छाप छोड़ने वाले विलासराव देशमुख को उनकी पुण्यतिथि पर न्यूज़ट्रैक परिवार की ओर से भावपूर्ण श्रृद्धांजलि.
 TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
				 
						
					 
						
					