शिफ्ट ड्यूटी करने या फिर जेट लैग की वजह से अगर लंबे समय तक आपकी नींद में बाधा आ रही है और नींद पूरी नहीं हो पा रही तो इसका असर सिर्फ आपके शरीर पर नहीं पड़ता बल्कि इससे हड्डियों को भी नुकसान होता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो में हुई एक नई रिसर्च में यह बात सामने आयी है। जिन लोगों पर रिसर्च की जा रही थी उन्हें करीब 3 हफ्ते तक हर दिन करीब 4 घंटे कम सोने के लिए दिया गया जिससे उनका 24 घंटे का दिन 28 घंटे का हो गया। पुरुषों को हर दिन 24 घंटे में से सिर्फ 5.6 घंटे ही सोने के लिए दिया गया।
जितने देर वे जगे रहे उन लोगों को एक जैसे ही कैलरी और न्यूट्रिएंट्स का खाना खाया। इस दौरान उन लोगों के ब्ल्ड सैंपल्स भी लिए गए। जिन लोगों पर रिसर्च की जा रही थी उनमें से 6 लोग 20 से 27 साल की उम्र के थे जबकि 4 लोग 55 से 65 साल की उम्र के।
3 हफ्ते बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि सभी पुरुषों में बेसलाइन की तुलना में बोन फॉर्मेशन मार्कर P1NP में कमी देखी गई। यह गिरावट बुजुर्ग पुरुषों के मुकाबले छोटे उम्र के पुरुषों में ज्यादा थी। 55 से 65 साल के पुरुषों में जहां यह गिरावट 18 प्रतिशत थी वहीं, 20 से 27 साल के पुरुषों में यह गिरावट 27 प्रतिशत। एक शोधकर्ता ने बताया, ‘हड्डियों के बैलेंस में आया यह बदलाव हड्डियों के घटने के लिए एक खाली जगह बनाता है जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और बोन फ्रैक्चर होने का खतरा रहता है।’