टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव ने विराट कोहली के आक्रामक रवैये का बचाव किया है। विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडियाने पिछले कुछ समय में शानदार प्रदर्शन किया है। भारतीय टीम ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका को उसी की जमीन पर वन-डे और टी20 इंटरनेशनल सीरीज में मात देकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इसका मोटे तौर पर श्रेय कप्तान कोहली को जाता है, जिन्होंने आक्रामक होते हुए टीम का नेतृत्व किया।
कई लोगों का मानना है कि कोहली की आक्रमकता से टीम इंडिया में जोश भर गया, लेकिन कुछ लोग उनकी आक्रमकता को गैर जरूरी बता रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान कप्तान स्टीव वॉ ने हाल ही में कहा था कि कोहली की आक्रमकता शीर्ष से भी थोड़ी ज्यादा थी। वॉ का मानना है कि खेल के संदर्भ को देखते हुए कोहली को अति आक्रामक होने की जरुरत नहीं थी।
अब फर्स्ट पोस्ट के मुताबिक कपिल देव ने वॉ के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि हर किसी के अपने विचार है। वॉ ने सही कहा कि व्यक्ति के लिए जो जरूरी है, उसके लिए वो कैसे काम करे। विराट कोहली के लिए क्रिकेट में आक्रामक होना जरूरी है जबकि एमएस धोनी के लिए शांत रहना।
कपिल देव ने कहा, ‘मेरे ख्याल से हर किसी के अपने विचार है। स्टीव वॉ के अपने विचार हैं। मैं इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहूंगा। मुझे लगता है कि जितने लंबे समय तक टीम सफल हो रही है, यह बिलकुल सही है। दरअसल, हमारा देश बहुत नम्र हैं। विराट ऐसे लोगों में से एक है, जिसने आकर सोचने की प्रक्रिया को बदल दिया। असल में सौरव गांगुली वो थे, जिसने सोचने की प्रक्रिया को बदला था। फिर जब एमएस धोनी आए, उन्होंने पूरा दृश्य बदल दिया। वह बेहद शांत और चुप रहने वाले कप्तान रहे। यह वही है कि जिस तरह आपको सफलता मिले, आप उसे ही अपनाते हैं।’
इसी मामले पर आगे अपने विचार रखते हुए कपिल देव ने कहा, ‘मैदान पर टीम किस तरह सफल हो रही है, वह ज्यादा जरूरी है। मेरे ख्याल से विराट कोहली भी समय के साथ बदलेंगे। अगर नहीं भी बदलते तो यह उनका फैसला होगा। वह हमेशा से ही ऐसे रहे हैं। मैंने उन्हें अंडर-19 के दिनों से देखा है।’